उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में कार से रौंदे जाने से किसानो की मौत और हिंसा के बाद एक पत्रकार सहित चार की मौत की तपिश बढ़ती ही जा रही है। लखीमपुर कांड में गिरफ्तार आशीष मिश्रा से रिमांड में पूछताछ शुरू हो चुकी है। इस बीच मामले में एक अन्य आरोपी अंकित दास ने सीजेएम कोर्ट में सरेंडर एप्लीकेशन दाखिल कर दी है। कोर्ट ने संबंधित पुलिस थाने से रिपोर्ट मांगी है। अंकित दास के वकील अवधेश सिंह ने बताया कि सरेंडर एप्लीकेशन मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में प्रस्तुत की गयी है।
कोर्ट ने पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। पुलिस रिपोर्ट 24 घंटे से लेकर दो-तीन दिन के अंदर कभी भी आ सकती है। पुलिस रिपोर्ट से पता चलेगा कि वह वांछित है तो किस धारा में वांछित है? पुलिस ने उन पर क्या आरोप लगाया है? अवधेश सिंह ने कहा कि पुलिस के मुताबिक अंकित दास फॉर्च्यूनर में मौजूद थे। अवधेश सिंह ने कहा कि अंकित दास के साथ लतीफ नाम के एक अन्य व्यक्ति का सरेंडर एप्लीकेशन भी दिया गया है।
ज्ञात हो घटना के बाद से ही अंकित दास की तलाश में छापेमारी की जा रही है। शुक्रवार रात लखनऊ पुलिस ने छापा मारकर आशीष के दोस्त अंकित दास के घर से एसयूवी बरामद की है। यही एसयूवी घटना के दिन वहां मौजूद थी। पुलिस अभी अंकित को दबोच नही सकी है। पुलिस ने अंकित के ड्राइवर को हिरासत में लिया था। अंकित दास का ड्राइवर शेखर भारती को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस शेखर से पूछताछ में जुटी है। बताया जा रहा है कि वारदात के वक्त शेखर भारती काली रंग की फार्च्यूनर चला रहा था। घटना वाले दिन पुलिस ने आरोपी अंकित दास के ड्राइवर शेखर को पकड़ा था। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुआ था। इससे पहले पुलिस की टीम अंकित दास को दबोचने के लिए लखनऊ के पुराना किला मोहल्ले में स्थित उसके घर पर गयी थी। लखीमपुर कांड में पुलिस ने आशीष के खिलाफ प्च्ब् की धारा 302, 120बी, 304ए 147,148,149, 279 और 338 के तहत मामला दर्ज किया है।
पूर्व कांग्रेस सांसद स्वर्गीय अखिलेश दास के भतीजा है अंकित
ज्ञात हो कि अंकित दास पूर्व कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजा है। अखिलेश दास 18 साल तक राज्यसभा के सांसद रहे थे। मनमोहन सरकार में में अखिलेश दास इस्पात मंत्री रहे थे। अप्रैल, 2017 में हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई थी। लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हिंसा हुई थी. इसमें 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। इस हिंसा में मुख्य आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जो इस वक्त तीन दिन की पुलिस रिमांड पर हैं।