ईरान और इजरायल में आने वाले समय में युद्ध की स्थिति बन सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने इजरायल पर आरोप लगाया कि वह अमेरिका के लिए “भाड़े” के गुंड़े के रूप में कार्य कर रहा है। इससे एक दिन पहले तेहरान प्रमुख ने परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या के लिए इजरायल को दोषी ठहराया गया था।
रूहानी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक बयान में मोहसेन फखरीज़ादेह की हत्या का जिक्र करते हुए कहा, “एक बार फिर वैश्विक अहंकार के दुष्ट हाथों, भाड़े के सूदखोर ज़ायनिस्ट शासन के हाथ ईरान के एक बेटे के खून से सने हुए हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका को संदर्भित करने के लिए ईरान आमतौर पर “वैश्विक अहंकार” शब्द का उपयोग करता है। ईरान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि तेहरान के बाहर एक हमले में मोहसेन फखरीज़ादेह को शिकार बनाया गया। वह अपने बॉडीगार्ड के साथ थे, जब हमलावरों ने उनकी कार पर हमला करके उनको “गंभीर रूप से घायल” कर दिया।
इसमें कहा गया है कि रिसर्च और इनोवेशन मंत्रालय का नेतृत्व करने वाले फखरीजादेह बाद में “शहीद” हो गए। रूहानी ने कसम खाई कि उनकी मौत “ईरान की वैज्ञानिक प्रगति को बाधित नहीं करेगी और कहा कि हत्या तेहरान के दुश्मनों की “कमजोरी और अक्षमता” को दर्शाती है, ताकि हमको रोका जा सके।
उन्होंने “वैज्ञानिक समुदाय और ईरान के क्रांतिकारी लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की।” ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि हत्या में “एक इजरायली भूमिका के गंभीर संकेत” हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने 2008 में “ईरान के परमाणु कार्यक्रम के विकास में योगदान देने वाली गतिविधियों के लिए फखरीज़ादेह पर प्रतिबंधों लगाया था और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उन्हें ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम का पिता बताया था।
तेहरान प्रांत के पूर्वी दमावंद काउंटी के अबार्ड शहर के पास यात्रा करते समय फ़ख़रीज़ादेह को निशाना बनाया गया। न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा कि एक अमेरिकी अधिकारी और दो अन्य खुफिया अधिकारियों ने पुष्टि की कि इजरायल हमले के पीछे था।