राजस्थान में सियासी उलटफेर के बीच बड़ी खबर सामने आई है। खबर यह है कि बागी सचिन पायलट को कांग्रेस ने सजा देते हुए उपमुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष समेत सभी पदों से हटा दिया है। गोविंद सिंह डोटासरा को राजस्थान कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष और हेमसिंह शेखावत को कांग्रेस सेवा दल का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। पायलट को हटाने की पुष्टि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने की है। साथ ही पायलट समर्थक मंत्रियों को भी हटाया गया है। सचिन पायलट के अलावा विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्रिमंडल से बाहर निकाला गया है।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा ने षड्यंत्र के तहत राजस्थान की 8 करोड़ जनता के सम्मान को चुनौती दी है। बीजेपी ने धनबल और सत्ताबल से कांग्रेस पार्टी और निर्दलीय विधायकों को खरीदने की कोशिश की है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सचिन पायलट भ्रमित होकर बीजेपी के जाल में फंस गए और कांग्रेस सरकार गिराने में लग गए। 72 घंटे से कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट और अन्य नेताओं से संपर्क करने की कोशिश की। कांग्रेस की ओर से लगातार सचिन पायलट को मनाने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने लगातार हर बात को नकारा। पायलट और उनके समर्थकों मंत्रिमंडल से हटाने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करेंगे और इसके लिए शाम तक राजभवन जा सकते हैं। सचिन पायलट को हटाने के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह से मीम्स चल रहे हैं और कुछ यूजर्स का कहना है कि सचिन पायलट का सियासी प्लेन क्रैश हो गया है। गहलोत को राजस्थान की राजनीति का जादूगर कहा जाता है। वैसे उनका रिश्ता जादूगरी से इसलिए रहा भी है, क्योंकि उनके पिता का यही पेशा था।