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रक्षामंत्री पहुंचे लेह, सेना के जवानों ने T-90 टैंकों के साथ दिखाई चीन को ताकत, देखें video

भारत और चीन के बीच काफी लंबे वक्त से चल रहा लद्दाख तनाव अब धीरे-धीरे कम हो रहा है. चीन ने अपने सैनिकों को पीछे हटा लिया है तो भारत भी अब उसी तरीके से पेश आ रहा है. लेकिन चीन ने जिस तरह की नापाक हरकतों से भारत को परेशान किया और सैनिकों को मार गिराया है. उसे लेकर देश की जनता में गुस्सा अब भी है और यही वजह है कि चीनी सामानों का लोग पूरी तरह से बहिष्कार करने को तैयार हैं. LAC पर कम हुए तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) शुक्रवार को स्थिति का जायजा लेने एक दिवसीय दौरे पर लेह पहुंचे. जहां वह बोले कि, हमारे सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और जवानों का मनोबल बढ़ाया. साथ ही सभी सुरक्षा हालातों का जायजा लिया.

इस दौरान रक्षामंत्री ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे के साथ T-90 और इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल्स (BMP infantry combat vehicles) का सेना अभ्यास भी देखा. जिसका वीडियो भी सामने आया है और यकीनन 1 मिनट 17 सेकेंड का ये वीडियो आपके अंदर जोश भर देगा.

जोश भर देगा सेना का अभ्यास
इस वीडियो को न्यूज एजेंसी ANI ने ट्विटर पर साझा किया है. इस वीडियो में भारतीय सेना के जवान T-90 टैंक पर अभ्यास करते नजर आ रहे हैं. वीडियो में आप देख सकते हैं कि, किस तरह से सेना के जवानों ने अपने युद्धाभ्यास से चीन को आंख दिखाते हुए भारत की ताकत दिखाई है.t-90-tanks-indiaटैंक पर सवार होते ही चारों तरफ सिर्फ धूल और धुआं नजर आता है. तो चलिए बताते हैं आपको टी-90 टैंक की खासियत जिसके आगे दुश्मन भी पल भर में पस्त हो जाएगा.

नए टी-90 टैंक की खासियतें

  • भारत के पास जो नया टी-90 टैंक है उसकी सबसे बड़ी खासियत यही है कि, अगर आधी रात को भी दुश्मन हमला करता है तो टैंक आसानी से दुश्मन को ढेर सकता है.
  • दुनिया के उन टैंकों में शामिल है जो सबसे हल्का है. इसका वजन 48 टन है.
  • रूस द्वारा तैयार टी-90 टैंक 60सेंकड यानि महज 1 मिनट में 8 गोले दुश्मन पर फायर करने की क्षमता रखता है और इसमें 125 Mm की मेन गन भी है.
  • 6 किलोमीटर दूर मिसाइल लॉन्च करने की क्षमता भी रखता है.

इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल्स की खूबियां

टी-90 टैंक के बाद बात करते हैं इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल्स की खूबियों के बारे में.

  • इसका भी वजन टी-90 टैंक की तरह काफी कम है और जंग की स्थिति में इसमें तेजी से आगे बढ़ने की क्षमता है.
  • इलाके कितने भी खराब और रेतीले क्यों न हो. इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल्स 65 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलकर दुश्मन पर हमला करने की क्षमता रखते हैं.