कोरोना काल में योग गुरु रामदेव अपने बयानों को लेकर घिरते जा रहे हैं। रामदेव ने बार-बार एलोपैथिक दवाओं, डाॅक्टरों पर निशाना साधा है। बुधवार को योग गुरु रामदेव का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह अधिकारियों को गिरफ्तार करने की चुनौती दे रहे हैं। 40 सेकेंड के वीडियो में स्वामी रामदेव कह रहे हैं, ‘खैर अरेस्ट तो उनका कोई बाप भी नहीं कर सकता स्वामी रामदेव को…। लेकिन एक शोर मचा रहे हैं…कि अरेस्ट स्वामी रामदेव…। कभी कुछ चला देते हैं…कि अरेस्ट रामदेव…ठग रामदेव…कभी महाठग रामदेव…कभी गिरफ्तार रामदेव…चलाते रहे हैं…चलाने दो। दो दिनों से यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो पर पतंजलि की ओर से कोई सफाई नहीं आयी है। वीडियो में रामदेव बोल रहे हैं कि उन्हें लेकर लोग कुछ न कुछ चलाते रहते हैं। कभी गिरफ्तार करो रामदेव को तो कभी वे लोग उन्हें न जाने क्या क्या कह रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अब अपने लोगों को भी इसका अभ्यास हो गया है। इस ट्रेंड में जवाब देने की तो वे जवाब इतना देते हैं कि टॉप पर पहुंच जाते हैं। इसके लिए वे बधाई देते हैं। सोशल मीडिया में वायरल हुई वीडियो में रामदेव के बगल में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के पदाधिकारी बैठे दिख रहे हैं। वीडियो में रामदेव ने किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया है।
केंद्रीय मंत्री के पत्र लिखने, हस्तक्षेप करने के बाद भी विवाद थमने के बाजाए बढ़ता दिख रहा है। सोशल मीडिया में मामला बहुत गरमा गया है। मंगलवार को आचार्य बालकृष्ण ने आईएमए के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी पर क्रिश्चियनिटी कनवर्ट को लेकर तल्ख टिप्पणी की थी जिसको ले कर राजनीतिक दलों ने नाराजगी जाहिर की थी।
इससे पहले दिन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। कोविड-19 के उपचार के लिए सरकार के प्रोटोकॉल को चुनौती देने और टीकाकरण पर कथित दुष्प्रचार वाला अभियान चलाने के लिए योगगुरु रामदेव पर तत्काल राजद्रोह के आरोपों के तहत मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने डाॅक्टरों का अपमान किया है।