मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंगलवार को संभल के कैलादेवी में हुई जनसभा के बाद समाजवादी पार्टी के नेता भावेश यादव की अगुवाई में गंगाजल छिड़ककर शुद्धिकरण का मामला सामने आया है। पुलिस ने कैलादेवी में हुई जनसभा स्थान पर गंगाजल छिड़ककर शुद्धिकरण मामले में 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने भावेश यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। भावेश यादव ने कहा था कि मुख्यमंत्री योगी के दौरे से कैलादेवी की धरती अशुद्ध हो गई थी। इसलिए गंगाजल की छिड़काव कर उसे शुद्ध किया गया।
मंगलवार को जैसे ही मुख्यमंत्री की जनसभा खत्म हुई समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश सचिव भावेश यादव ने अपने समर्थकों के साथ कैलादेवी पहुंचे। उन्होंने गंगाजल छिड़क कर कैलादेवी की धरती को पवित्र करने का दावा किया। सपा नेता ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के आने से कैलादेवी में क्षेत्र अशुद्ध हो गया था। भावेश और उनके साथियों ने गंगाजल छिड़क कर पवित्र किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर देवी देवताओं और जातिगत आधार पर लोगों से भेदभाव करने का गंभीर आरोप लगा दिया।
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
बहजोई थाने में एक व्यक्ति द्वारा दी गई तहरीर पर आईपीसी की धारा 153।, 253। और 505 के तहत भावेश यादव व 8 से 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए मुख्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। तहरीर में आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री की जनसभा के बाद सभास्थल को गंगाजल से शुद्ध करने से मुख्यमंत्री के प्रशसंकों में काफी आक्रोश है। इस आक्रोश से शांति भंग होने की भी आशंका है। गौरतलब है कि 21 सितंबर को मुख्यमंत्री संभल पहुंचे थे और उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया था।