Breaking News

यूरोप जा रहे युद्धग्रस्त लीबिया से 120 शरणार्थी, 41 की डूबने से हुई मौत

यद्धग्रस्त देश लीबिया (Libya) से पलायन करने वाले लोगों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है. ये लोग बेहतर जीवन की तलाश के लिए दूसरे देशों की ओर जाते हैं, लेकिन इनमें से कई की रास्ते में ही मौत हो जाती है. अब संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने बुधवार को बताया है कि पिछले वीकेंड मध्य भूमध्य सागर (Central Mediterranean) में शरणार्थियों की एक नौका पलट गई (Boat Capsized), जिसके चलते उस पर सवार कम से कम 41 लोग डूब गए. लीबिया से पलायन कर बेहतर जीवन की तलाश में यूरोप (Europe) जा रहे शरणार्थियों के बीच समुद्र में डूबने की यह एक ताजा घटना है.

संयुक्त राष्ट्र आप्रवास और शरणार्थी एजेंसियों (UN Migration and Refugee Agencies) ने एक संयुक्त बयान में कहा कि 41 मृतक करीब 120 शरणार्थियों में शामिल थे. ये लोग 18 फरवरी को युद्धग्रस्त देश लीबिया से पलायन कर गए थे. इसके दो दिन बाद यह घटना हुई है. बयान में बताया गया है कि एक वाणिज्यिक पोत ने जीवित बचे लोगों को समुद्र से निकाल कर इटली (Italy) के सिसली शहर स्थित पोर्टो एम्पेडोकल बंदरगाह तक पहुंचाया है. इससे पहले बीते साल नवंबर महीने में भी ऐसी ही कई खबरें सामने आई थीं. उस समय नौका डूबने की वजह से 20 प्रवासियों की मौत हो गई थी. ये लोग भी यूरोप की ओर जा रहे थे.

पहले 74 प्रवासियों की मौत हुई थी

एक अन्य मामले में अंतरराष्ट्रीय मानवीय समूह गैर सरकारी संगठन (NGO) डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स की ओर से बयान जारी कर कहा गया था कि भूमध्य सागर में एक अन्य नौका के डूबने की घटना में कम से कम 74 प्रवासियों की मौत हो गई. ये घटना भी बीते साल के आखिरी महीनों की है. उस समय स्थानीय मछुआरे केवल तीन महिलाओं को ही बचा सके थे. बयान में कहा गया था, ‘वे स्तब्ध और दहशत में हैं. उन लोगों ने अपने संबंधियों को लहरों में लापता होते हुए और अपनी आंखों के सामने मरते हुए देखा है.’

अधिकारियों ने नहीं की मदद

मेडिसिन सैन्स फ्रंटियर्स के एक प्रवक्ता अनैस देपरादे ने बताया था कि हादसे के समय एक नौका पर 23 प्रवासी सवार थे और इसने लीबियाई तटीय शहर सोरमन से प्रस्थान किया था (Migrants Drowned in Central Mediterranean). देपरादे ने बताया कि तीन महिलाओं में से एक ने इस हादसे में अपने पति, बहन और बहन के एक साल के बच्चे को खो दिया. राहत अभियान चलाने वाले स्वतंत्र समूह अलार्म फोन ने बताया था कि भूमध्य सागर में डूबने से पहले नौका ने सहायता के लिए उन्हें बुलाया था. समूह ने ट्वीट कर कहा था, ‘हमने यूरोपीय अधिकारियों से बार बार राहत एवं तलाश अभियान चलाने का आग्रह किया, लेकिन.’