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यूपी विधानसभा के पूर्व स्पीकर पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी का निधन, लंबे समय से थे बीमार

यूपी विधानसभा (UP Assembly) के पूर्व स्पीकर और पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी (Keshari Nath Tripathi) का 89 वर्ष की आयु में निधन (death) हो गया है. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. जानकारी के मुताबिक उन्होंने 8 जनवरी सुबह करीब 5 बजे अंतिम सांस ली. उनका घर पर चल ही इलाज चल रहा था. वह तीन बार विधानसभा अध्य्क्ष भी रहे. 10 नवंबर 1934 को उनका जन्म हुआ था. पं. केशरी नाथ त्रिपाठी अपने पिता की सात संतानों में चार बेटियों और तीन बेटों में सबसे छोटे थे.

जानकारी के मुताबिक 30 दिसंबर 2022 को तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था, हालांकि उसके बाद 4 जनवरी को तबीयत में सुधार होने पर डिस्चार्ज होकर घर आ गए थे. वहीं पर उनका इलाज च रहा था. तबीयत में सुधार होने पर केशरी नाथ त्रिपाठी को आज ही लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती कराया जाना था, लेकिन हार्ट अटैक आने से उनकी सांसें थम गईं. आज रविवार शाम 4:00 बजे प्रयागराज के रसूलाबाद घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

पीएम मोदी, सीएम योगी ने निधन पर जताया दुख
– पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया- श्री केशरी नाथ त्रिपाठी जी को उनकी सेवा और बुद्धि के लिए हमेशा याद किया जाएगा. वे संवैधानिक मामलों के अच्छे जानकार थे. उन्होंने यूपी में बीजेपी के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और राज्य की प्रगति के लिए कड़ी मेहनत की. उनके निधन से आहत हूं. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं. शांति.

– रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया- पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल श्री केशरी नाथ त्रिपाठी जी का एक लंबा सार्वजनिक जीवन रहा, जिस दौरान उन्होंने बड़ा महत्वपूर्ण योगदान किया. उनकी सहजता, सरलता और विद्वता सभी को प्रभावित करती थी. उनके निधन से मुझे गहरी वेदना हुई है. उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनायें. ओम् शांति!

सीएम योगी आदित्यनाथ ने केशरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया- वरिष्ठ राजनेता, भाजपा परिवार के वरिष्ठ सदस्य, प. बंगाल के पूर्व राज्यपाल आदरणीय केशरी नाथ त्रिपाठी जी का निधन अत्यंत दुःखद है. प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें.ऊं शांति.

वह दो बार कोविड वायरस से संक्रमित हुए थे. इसके बाद उन्हें लखनऊ के संजय गांधी पीजी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में भर्ती कराया गया था, यहां लंबे इलाज के बाद वह ठीक हो गए थे.

तीन राज्यों के राज्यपाल के थे प्रभारी
उन्होंने जुलाई 2014 से जुलाई 2019 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्य किया. उनके पास बिहार, मेघालय और मिजोरम के राज्यपाल का भी प्रभार था. वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे. वह बीजेपी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रह चुके थे.

पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी वर्ष 1977-79 के दौरान जनता पार्टी सरकार में केसरीनाथ कैबिनेट मंत्री नियुक्त किए गए थे. उन्होंने 2004 में जौनपुर सीट से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था. उन्होंने यूपी विधानसभा के अध्यक्ष का 1991-1993, 1997-2002 और मई 2002 से मार्च 2004 तक कार्यभार संभाला.

उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में प्रेक्टिस किया था. वह एक लेखक और कवि भी थे और उन्होंने कई किताबें लिखी हैं. ‘मनोनुकृति’ और ‘आयु पंख’ उनकी प्रमुख साहित्यिक रचनाएं हैं. उनकी पुस्तक ‘संचयिता: केशरी नाथ त्रिपाठी’ को काफी सराहा गया था.