उत्तर प्रदेश की महिलाओं-बेटियों को स्वावलंबी और सुरक्षा के लिए उन्हें जागरूक करने के लिए मिशन शक्ति अभियान के तीसरे चरण का शुभारंभ हो गया। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान मिशन शक्ति के पहले व दूसरे चरण में उल्लेखनीय कार्य करने वाली 47 जिलों की 75 महिला अधिकारियों व कर्मचारियों को मिशन शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत 29.68 लाख महिलाओं के खातों 451 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए। वहीं, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत 1.55 लाख बेटियों के खातों में 30.12 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए। इसके अलावा 59 हजार ग्राम पंचायत भवनों में मिशन शक्ति कक्ष की शुरुआत भी की गई।
निदेशक महिला कल्याण मनोज राय ने बताया कि मिशन शक्ति के तीसरे चरण में महिलाओं को रोजगार के मुख्यधारा से जोड़ने पर फोकस किया जाएगा। इसके अतिरिक्त महिला बीट पुलिस अधिकारी की तैनाती के साथ ही 84.79 करोड़ रुपये की लागत से 1286 थानों में पिंक टॉयलेट का निर्माण किया जाएगा। महिला बटालियनों के लिए 2,982 पदों पर विशेष भर्ती की जाएगी। सभी पुलिस लाइन में बालवाड़ी क्रेच की स्थापना भी की जाएगी।