यूपी में (In UP) फतेहपुर (Fatehpur) जिला मजिस्ट्रेट (DM) की गाय (Cow) के लिए 7 पशु चिकित्सक की ड्यूटी (Duty of 7 Veterinarians) लगाने वाले मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (CVO) एस. के. तिवारी (S.K. Tiwari) को निलंबित कर दिया गया (Suspended) ।
एस के तिवारी ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें सप्ताह के सातों दिन सात पशु चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई थी। पत्र में लिखा था, “पशु चिकित्सकों की ड्यूटी सुबह से शाम तक होनी है। सभी सुबह और शाम छह बजे तक गाय की देखभाल करेंगे और रिपोर्ट भी दाखिल करेंगे।”
पत्र में यह भी चेतावनी दी थी कि ड्यूटी में बरती गई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शुरुआती खबरों के मुताबिक, फतेहपुर के जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे की गाय की तबीयत ठीक नहीं है। दुबे 2013 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और उनके पति कानपुर के जिलाधिकारी के पद पर तैनात हैं।
इस मामले को लेकर डीएम अपूर्वा दुबे ने कहा कि उनके पास कोई गाय नहीं है। उनके परिवार में से किसी के पास भी कोई गाय नहीं है। उनका इस पत्र से कोई लेना-देना नहीं है। दुबे ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से भीषण गर्मी के कारण वह यह सुनिश्चित कर रही हैं कि गायों को उचित और समय पर चारा मिले।
डीएम ने कहा कि गायों की देखभाल मामले में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी और उनके डिप्टी दोनों को लापरवाही का दोषी पाया गया है। उनके खिलाफ कार्रवाई भी की गई। यह पत्र उनकी खोखली मानसिकता को दर्शाता है और यह एक साजिश का हिस्सा है।