यूपी के आगरा में जहरीली शराब का कहर देखने को मिला है यहां पर 6 लोगों ने अब तक अपनी जान गंवा दी है. पिछले 48 घंटों में देवरी और डौकी इलाकों में ये मौतें हुई हैं. गांव वालों का आरोप है कि लंबे समय से यहां पर अवैध रूप से शराब बेची जा रही है. वहीं प्रशासन ने कह दिया है कि मौत ज्यादा शराब पीने की वजह से हुई है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि गांव में अवैध रूप से शराब का धंधा तो चल ही रहा है, इस काम को पुलिस संरक्षण भी मिल रहा है. लेकिन प्रशासन ने अभी के लिए खुद को इस विवाद से दूर रखा है. उनकी तरफ से जोर देकर कहा जा रहा है कि ये मौतें जहरीली शराब पीने से नहीं हुई हैं. उनके मुताबिक शराब के ज्यादा सेवन ने कुछ लोगों की जान ली है. पुलिस ने अपनी तरफ से 6 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है, वहीं पांच का पोस्टमार्टम भी किया जा चुका है.
आबकारी विभाग की तरफ से खबर मिली है कि कोलारा कलान और नागला भोला गांव में दो शराब की दुकानों को सील किया गया है. उन दुकानों में मौजूद शराब के सैंपल को लेबोरेटरी में टेस्ट करने के लिए भेजा जाएगा. अब जांच जरूर शुरू कर दी गई है, लेकिन पुलिस की तरफ से तर्क दिया जा रहा है कि अगर जहरीली शराब पीने की वजह से मौत हुई तो ये आंकड़ा सिर्फ 8 तक सीमित कैसे रह सकता है क्योंकि इन दुकानों से कई लोग शराब खरीदते हैं. इसी वजह से पुलिस अभी इसे जहरीली शराब का केस नहीं मान रही है. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है क्योंकि उसके आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. अब इस पुलिस कार्रवाई के बीच गांव के लोगों ने दावा कर दिया है कि पहले भी जहरीली शराब को लेकर शिकायत की गई थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया. एक वीडियो बना दिखाया गया था कि किसी घर के माध्यम से अवैध रूप से शराब बेची जा रही थी. लेकिन क्योंकि पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया इसलिए कुछ लोगों ने अपनी जान गंवा दी.
जानकारी मिली है कि चार लोगों की मौत तो रविवार रात को ही हो गई थी, वहीं एक शख्स ने मंगलवार को जहरीली शराब की वजह से अपनी जान गंवाई. इसमें भी जिन दो लोगों का पोस्टमार्टम किया गया है उसमें एक शख्स की मौत ‘फेफड़ों’ की बीमारी की वजह से बताई जा रही है. इस घटना पर डीएम प्रभू एन सिंह ने विस्तार से बताया है. उनकी नजरों में कोलारा कलान में भी जिन भी लोगों की मौत हुई है, उसमें जहरीली शराब की पुष्टि नहीं होती है. वहीं विसरा टेस्ट के बाद स्थिति और ज्यादा साफ हो जाएगी. अभी के लिए प्रशासन की तरफ से सख्त निर्देश दे दिए गए हैं कि किसी भी गांव में अवैध रूप से शराब नहीं बेची जाएगी.