यूपी के मेरठ जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण और पंचायत चुनाव को देखते हुए डीएम के. बालाजी ने जिले के सभी अधिकारियों के मुख्यालय छोड़ने पर रोक लगा दी है। बहुत जरूरी काम होने पर अनुमति लेना अनिवार्य होगा। डीएम ने कहा है कि अब अवकाश के दिनों में भी चुनाव से संबंधित कार्यालय खुलेंगे।
मेरठ जिले में अचानक कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। साथ ही पंचायत चुनावों के लिए डीएम और संबंधित निर्वाचन अधिकारियों के स्तर से चुनाव की सूचना जारी हो चुकी है। ऐसी स्थिति में अब सार्वजनिक अवकाश के दिनों में भी सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे। पंचायत चुनाव आदि की कार्रवाई होगी। कोरोना और पंचायत चुनाव की तैयारियों को देखते हुए डीएम ने जिले के सभी विभागों के अधिकारियों के मुख्यालय छोड़ने पर रोक लगा दी है। अब अगले आदेश तक जिले के कोई अधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे।
लखनऊ में सभी बेड फुल :
दूसरे चरण के तहत अब तक 80 बेड पर भर्ती चालू की गई हैं। सभी बेड भरने से मरीजों को भर्ती के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।केजीएमयू में 504 बेड हैं। पहले चरण के तहत 50 बेड पर भर्ती चालू की गई है। उसके बाद 30 बेड और खोले गए। इसमें आईसीयू और प्राइवेट वार्ड शामिल हैं। रविवार को सभी 80 बेड भर गए हैं। आधा दर्जन मरीज भर्ती के इंतजार में हैं। कोविड हॉस्पिटल के नोडल ऑफिसर डॉ. जेडी रावत ने बताया कि सभी बेड भरे हैं। धीरे-धीरे वार्ड खोले जा रहे हैं। क्योंकि अभी के सभी वार्ड पूरी क्षमता से संचालित हो रहे थे। ज्यादातर विभागों में बेड भरे हैं। ऐसे में कोविड हॉस्पिटल के सभी बेड पर भर्ती खोलने से डॉक्टर-पैरामेडिकल का संकट खड़ा हो सकता है। जैसे-जैसे मरीज डिस्चार्ज हो रहे हैं। वैसे स्टॉफ की ड्यूटी कोविड हॉस्पिटल में लगाई जा रही है। लोहिया संस्थान में 70 से ज्यादा बेड भर चुके हैं। सीएमओ डॉ. संजय भटनागर के मुताबिक मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। एरा, लोकबंधु, इंटीग्रल, पीजीआई, लोहिया समेत अन्य अस्पतालों में भर्ती शुरू करा दी गई है। अभी बेड पर्याप्त हैं। उन्होंने बताया कि कन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कराई जा रही है। लोग मास्क लगाएं। होली में लापरवाही बरतना भारी पड़ सकता है।