लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections) के पांचवे चरण (Fifth phase) का आज मतदान हो रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) के राज्य मंत्री (Minister of State) नरेंद्र कश्यप (Narendra Kashyap) ने कहा कि इस चुनाव में फिर भारतीय जनता पार्टी बहुमत (Bharatiya Janata Party majority) से सरकार बनाएगी और 400 का आंकड़ा पार करेगी. वहीं उत्तर प्रदेश में 2014 के चुनाव में 80 लोकसभा सीटों में से 73 सीटें भाजपा ने जीती थी और जीतकर इतिहास रचा था और अब 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 80 में से 80 सीट जीतने जा रही है।
भाजपा ने आजमगढ़, रामपुर सीट छीन लिया
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बुलडोजर और कानून का राज है. जिस सीट को समाजवादी पार्टी कभी अपना बताती थी उस आजमगढ़ और रामपुर की सीट को भाजपा ने सपा से छीन लिया. ऐसे में अब भारतीय जनता पार्टी को किसी भी सीट पर कमल खिलाना मुश्किल नहीं है.
रायबरेली सीट को लेकर नरेंद्र कश्यप ने कहा कि जिस तरीके से राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार गए थे. उसी तरह रायबरेली से भी चुनाव हार जाएंगे. क्योंकि सीट बदल लेने से कोई चुनाव नहीं जीत सकता है और ना ही कांग्रेसियों की विचारधारा ही बदल सकती है। सोनिया गांधी चाहे अपने लड़के को विजयी बनाने के लिए अपील करें या दो पूर्व मुख्यमंत्री को चुनाव में लगा दें. कुछ हासिल नहीं होने वाला है. राहुल गांधी वायनाड से चुनाव हार रहे थे, इसीलिए रायबरेली से भी पर्चा भर दिया, लेकिन यहां से भी हारेंगे. क्योंकि जनता परिवारवाद, भ्रष्टाचार और राजशाही को वोट नहीं करेगी।
‘कोई भी सीट जनता की होती है’
भाजपा नेता ने कहा कि रायबरेली सीट सोनिया गांधी की है, तो ऐसा नहीं है. क्योंकि सीट सिर्फ जनता की होती है. नरेंद्र कश्यप ने अमेठी पर कहा कि गांधी परिवार के एल शर्मा को चुनाव लड़ा रही है और कह रही है कि केएल शर्मा पिछले 40 सालों से अमेठी की जनता को जानते हैं. यही राहुल गांधी भी कहते थे, लेकिन क्या हुआ वो हार गए जब राहुल गांधी अमेठी की जनता की नब्ज नहीं टटोल सके तो किशोरी लाल शर्मा क्या हैं?
वो भी चुनाव हारेंगे और कांग्रेस पार्टी चारों खाने चित्त हो जाएगी. इधर राजा भैया से भाजपा की सांठ गांठ न बनने पर छठवें चरण के मतदान में क्या असर पड़ेगा तो इसपर कश्यप ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं होने वाला. मोदी जी के आने से अब ठेकेदारी प्रथा खत्म हो गई है. अब कोई अपने नाम पर वोट नहीं करवा सकता. राजा भैया का इतना असर तो नहीं है कि वो भारतीय जनता पार्टी को जीतने से रोक सकें. ऐसा नहीं है इस बार हमारे प्रत्याशी संगम लाल और अधिक मतों से विजयी होंगे. जब हमारी पार्टी आजमगढ़ से जीत सकती है तो कहीं से भी जीत सकती है.