उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में 17 मिनट में हुई अनोखी शादी के बारे में जानकर हर कोई अचंभित है। मगर दहेज में दूल्हे ने क्या मांगा, ये भी एक हैरान करने वाला है। बता दें यह अनोखी शादी पटना देव कली मंदिर में हुई। इस शादी में न तो बैंडबाजा था न कार और बग्घी ही। परिवार के कुछ सदस्यों के बीच दूल्हा दुल्हन ने मंदिर की सात परिक्रमा कर फेरे लिये और बस हो गई शादी। इस शादी का उद्देश्य केवल दहेज प्रथा को खत्म करना था, यह अनोखी शादी पूरे क्षेत्र में सुर्ख़ियों में बनी हुई है।
असल में, थाना कलान क्षेत्र के गांव सनाय के रहने वाले पुष्पेंद्र दुबे जो गांव में एक शिक्षण संस्थान चलाते है। उनकी शादी हरदोई में रहने वाली प्रीति तिवारी के साथ फिक्स हुई थी। पुष्पेंद्र ने पहले ही बारात के तामझाम करने और दहेज के लिए मना कर दिया था मगर कोरोना कर्फ्यू के बीच गुरुवार को तय मुहूर्त पर घर के कुछ सदस्यों के साथ पटना देव कली स्थित शिव मंदिर में शादी की सारी रस्में निभाई।
बता दें दूल्हा-दुल्हन ने मंदिर की सात परिक्रमा कर फेरे लिए और केवल 17 मिनट में शादी हो गई। इस अनोखी शादी में सबसे खास बात ये थी कि दूल्हे ने दहेज के रूप में महज एक रामायण ही ली, वह भी ससुराल वालों के बहुत ज्यादा कहने पर। पुष्पेंद्र और प्रीति ने बताया है कि हम लोग चाहते है कि अन्य युवा भी इस प्रकार से शादी कर फ़ालतू के खर्च और दहेज लेने से बचें। फिलहाल उनके इस अनोखे कदम की सभी लोगों ने तारीफ़ की है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि सभी लोग बिना दहेज़ के और आवश्यक खर्च के शादी करें जिससे किसी भी पक्ष पर बोझ न पड़े।