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यहां जानिए करवा चौथ से जुड़ी हर बात, जिसका पालन कर होगा अखंड सौभाग्य, बस न करें इस दिन ये काम

हिन्दू धर्म में सुहागिन महिलाओं के लिए करवा चौथ का व्रत का बहुत महत्व है। करवा चौथ का त्योहार दीपावली से 12 दिन पहले मनाया जाता है। करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास की चतुर्थी को होता है। इस बार करवा चौथ का व्रत गुरुवार 24 अक्टूबर को है। करवा चौथ के अवसर पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं और चांद का दीदार करने के बाद ही अपना व्रत तोड़ती हैं। इस दिन विवाहित महिलाएं पूरे दिन उपवास रखती हैं जो सुबह सूर्योदय के साथ शुरू होता है और देर रात को चन्द्रोदय के बाद खत्म होता है।

इसमें करवा माता के साथ गणेश जी की पूजा की जाती है और चंद्र दर्शन किया जाता है। इस दिन परंपरा के अनुसारर राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश के कुछ हरियाणा और पंजाब की महिलाएं सरगी के साथ व्रत की शुरुआत करती है और सोलह श्रृंगार करती है। करवा चौथ 2021 में 24 अक्टूबर, रविवार को मनाया जाएगा। करवा चौथ मुर्हूत वह सटीक समय होता है जिसके भीतर ही पूजा करनी होती है। 24 अक्टूबर को करवा चौथ पूजा के लिए पूरी अवधि 1 घंटे और 17 मिनट है।

करवा चौथ पूजा-शुभ-मुहूर्त

करवा चौथ का आरंभ

24 अक्टूबर करवा चौथ पूजा का समय शाम 5:43 pm पर शुरू

शाम 6:59 pm पर करवा चौथ पूजा करने का समय खत्म होगा ।

करवा चौथ पूजा की अवधि- 1 घंटे 7 मिनट

करवा चौथ 2021 को चंद्रोदय का समय- शाम 8:07 pm ।

नक्षत्र- रोहिणी

अमृत काल मुहूर्त – 09:25 PM से 11:13 PM

अभिजीत मुहूर्त 11:19 AM से 12:05 PM

ब्रह्म मुहूर्त – 04:20 AM, 25 अक्टूबर से 05:11 AM, 25 अक्टूबर

वक्रतुण्ड संकष्टी चतुर्थी, करवा चौथ, रोहिणी व्रत

करवा चौथ के दिन चंद्रोदय का समय- शाम 8:07 pm