उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक मुस्लिम दंपति अजीबोगरीब वजह से तलाक लेने की गुहार लगाया है। मामला वीमन प्रोटेक्शन सेल तक जा पहुंचा है। दोनों को जोड़े रखने और उनकी निकाह को बचाने के मकसद से काउंसलिंग कराई जा रही है। काउंसलिंग के दौरान उस समय सभी लोग हैरान रह गए जब पति ने अपनी पत्नी से तलाक दिलाने की गुहार लगाते हुए उसके न नहाने को सबसे प्रमुख वजह बताया। उसने कहा कि साहब मेरी बीवी स्नान नहीं करती है। पति ने काउंसलर से कहा कि मैडम मेरी पत्नी नहाती नहीं है, मैं इसके साथ नहीं रह सकता। प्लीज मुझे तलाक दिला दीजिए।
मामला अलीगढ़ के चंडौस इलाके का है। बताया जा रहा है कि दो साल पहले चंडौस के लड़के का निकाह क्वार्सी की लड़की से हुआ था। शादी के बाद मिया-बीवी में सब ठीक चला। कुछ दिन के बाद दंपती में मनमुटाव और झगड़ा शुरू हो गया। दोनों एक-दूसरे की आदतों और रहन-सहन को लेकर भी टिप्पणी करने लगे। इस बीच नौ महीने पहले दोनों का एक बेटा भी हुआ लेकिन परिवार में झगड़ों का सिलसिला नहीं थमा। घर में लगातार विवाद होता रहा तो मामला पुलिस और वूमेन प्रोटेक्शन सेल तक पहुंच गया। यहां काउंसलर ने शौहर और बीवी दोनों को समझाने की कोशिश की। इसी बीच शौहर, बीवी के न नहाने की बात करते हुए उससे तलाक दिलाने की गुहार लगाने लगाया। शौहर ने कहा कि वो अपनी पत्नी से इसलिए परेशान है कि वो रोज नहाती नहीं है। उसे उसके शरीर से बदबू आती है। वह अब अपनी पत्नी के साथ नहीं रहना चाहता। उधर बीवी ने भी अपने शौहर पर आरोप लगाया गया है कि बेबुनियाद बातों के आधार पर उसे परेशान किया जा रहा है।
मामला जब महिला आयोग तक पहुंचा था। तब बीवी ने शौहर पर मारपीट कर घर से निकाल देने का आरोप लगाया था। घरेलू हिंसा की इस शिकायत पर महिला आयोग ने पति को नोटिस भेजकर तलब किया। तब पति ने महिला आयोग के सामने कहा कि उसकी बीवी रोज नहाती नहीं है। नहीं नहाने को लेकर ही दोनों के बीच झगड़े होते हैं। पत्नी का कहना था कि वह मायके में भी ऐसी ही थी। महिला आयोग ने बीवी को अपनी इस आदत में सुधार के लिए एक महीने का समय दिया था और शौहर को हिदायत दी थी कि वो अपनी बीवी के साथ मारपीट ना करे। उसे प्यार से समझाए।