पंजाब की सियासत पर उत्तर प्रदेश में बसपा सुप्रीमो मायावती मुखर हो गयी हैं। पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कांग्रेस के इस फैसले पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि चरणजीत सिंह चन्नी को सिर्फ कुछ समय के लिए पंजाब का मुख्यमंत्री बनाना कांग्रेस का कोरा चुनावी हथकंडा है। कांग्रेस आने वाला चुनाव भी गैर-दलित की अगुवाई में लड़ने की बात कर रही है, जो बताता है कि कांग्रेस दलितों पर पूरा भरोसा नहीं करती है। मायावती ने कहा कि यह कांग्रेस की चुनावी चाल है। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के इस फैसले से दलितों को सावधान रहना है, कांग्रेस पार्टी बसपा और अकाली दल के गठबंधन से घबरा गई है। वह चुनाव में एक बार फिर दलितों गुमराह करेगी।
‘मजबूरी में याद आते हैं दलित‘
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि राजनीतिक दलों को मुसीबत और मजबूरी में ही दलित याद आते हैं। जब पार्टी में संकट होता है तो दलित की राजनीति याद आती है। जब भारतीय संविधान बनाने का वक्त आया, तब अगर जवाहर लाल नेहरू एंड कंपनी के पास कोई और काबिल आदमी होता तो ये बाबा साहेब अंबेडकर को संविधान बनाने की जिम्मेदारी नहीं देते। मायावती ने कहा कि अगर बाबा साहेब संविधान ना बनाते तो देश में दलित और अल्पसंख्यक पूरी तरह सुरक्षित नहीं होते। उन्हांेने कांग्रेस के उपर कई सवाल खड़े किये।
बीजेपी पर भी मायावती ने साधा निशाना
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कुछ महीने बाद ही चुनाव होना है। बीजेपी भी यहां पर ओबीसी समाज के प्रति प्रेम दिखा रही है। ये पूरा हवाहवाई है, अगर ये सच होता तो केंद्र और बीजेपी की दूसरी सरकारें सरकारी नौकरियों में इन्हें नौकरी दे चुकी होती। अगर ओबीसी के प्रति बीजेपी के मन में ईमानदारी होती, तो ये जातीय जनगणना को स्वीकार कर लिया होता। मायावती ने कहा कि बीजेपी और अन्य सभी जातिवादी पार्टी ओबीसी समुदाय की गिनती करवाने घबरा रही है, जैसे मंडल कमीशन के वक्त में हुआ था।
ज्ञात हो कि पंजाब में विधानसभा चुनाव होने में एक वर्ष बचा है। उससे पहले कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया है। कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत का कहना है कि कांग्रेस चुनावों में नवजोत सिंह सिद्धू की अगुवाई में लड़ेगी।