Breaking News

माता के जयकारों से भक्तिमय हुआ मंदिरों का शहर जम्मू

शारदीय नवरात्र के शुरू होते ही मंदिरों के शहर जम्मू माता के जयकारों से गूंज उठा। नवरात्र शुरू होते ही लोग सुबह के पहले पहर से ही माता के मंदिरों में पहुंचे गए और देखते ही देखते वातावरण भक्तिमय हो गया। गुरूवार को पहले वनरात्र पर भक्त माता के पहले स्वरूप शैलपुत्री की पूजा कर रहे हैं। मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है और लोग माता के जयकारों के साथ माता के दर्शनों के लिए आतुर दिखे। जम्मू शहर के बावे वाली माता मंदिर और कटड़ा में देर रात से ही श्रद्धालुओं की लाइन लग चुकी थी। मंदिर प्रबंधन और सेवा कमेटियों की ओर से कोरोना सावधानियों का भी पूरा पालन करवाया जा रहा है।

मां भगवती के दर्शनों के लिए बाहु फोर्ट स्थित बावे वाली माता मां काली के दरबार में हाजिरी लगाने के लिए श्रद्धालु पहले पहर से ही पहुंच गए थे, मां के दर्शनों के लिए सुबह से ही लंबी कतारें लग गई थी। शहर के सभी मंदिरों में आम दिनों के मुकाबले श्रद्धालुओं की संख्या बहुत ज्यादा रही। बावे वाली माता मंदिर के अलावा महामाया मंदिर, चीची माता, कोल कंडोली मंदिर नगरोटा, चंडी माता मंदिर नगरोटा, महालक्ष्मी मंदिर पक्का डंग्गा सहित शहर के अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। वहीं महिलाओं ने भी विधिवत पूजा-अर्चना कर मां भगवती से परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।

जम्मू में ज्यादातर लोगों ने सुबह अपने घरों की सफाई व स्नान आदि करके साख लगाने के लिए ताजा पानी, पत्ते, रेत लिए पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ पूजा अर्चना करके कलश स्थापित कर साख लगाई। नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है।