शिक्षक नियुक्ति में अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों के चयन को लेकर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री और हम के प्रमुख जीतन राम मांझी ने सोमवार को कहा कि जदयू के यूपी में संगठन विस्तार के लालच में बिहार के युवाओं के भविष्य के साथ सौदा किया जा रहा है।
दरअसल, हाल ही में यूपी के जदयू नेताओं ने पटना आकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी और उनसे फूलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने का आग्रह किया था। इस दौरान यूपी में संगठन विस्तार को लेकर भी नेताओं की चर्चा हुई थी।
इसी को लेकर मांझी ने सोमवार को जदयू और मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया। मांझी ने सोमवार को अपने एक्स हैंडल से पोस्ट कर लिखा कि “उत्तर प्रदेश के जदयू नेताओ की नीतीश कुमार से मुलाकात और संगठन विस्तार की बात ने साबित कर दिया है कि शिक्षक नियुक्ति परिणाम में अन्य राज्यों के लोगों के चयन के बहाने जदयू उन राज्यों में अपना विस्तार चाहती है। ‘फूलपुर’ के लालच के लिए बिहारियों के भविष्य के साथ सौदा करना दुर्भाग्यपूर्ण है।”
उल्लेखनीय है कि बिहार शिक्षक भर्ती में राज्य के अलावा अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों को भी मौका मिला है और यूपी, झारखंड, हरियाणा समेत अन्य राज्यों के अभ्यर्थी भी शिक्षक बनने मे सफल रहे।
मांझी पहले भी इस नियुक्ति में धांधली का आरोप लगा चुके हैं। इससे पहले मांझी ने प्रदेश में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग करते हुए कहा था कि बिहार के पढे लिखे युवा दूसरे राज्यों में नौकरी करें और बिहारियों के हिस्से की सरकारी नौकरी आप बेच दें। उन्होंने कहा था कि बिहारी नौकरियों पर पहला अधिकार मांगें बिहारी बेरोज़गार। वोट दें बिहारी, नौकरी पाएं बाहरी, यह नहीं चलेगा।