कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सोमवार को सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया बैलगाड़ियों पर सवार होकर विधानसभा पहुंचे. कांग्रेस नेताओं ने यह रणनीति कर्नाटक विधानसभा सत्र के पहले ही दिन सत्तारूढ़ बीजेपी को घेरने के लिए बनाई गई.
मैसूर नगर निगम में सत्ता में आने और बेलगावी नगर निगम चुनाव में पहली बार प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद सत्ताधारी पार्टी नए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में उत्साहित है. राज्य में कोविड प्रबंधन ने भी भगवा पार्टी की भावना को बढ़ाया है. हालांकि, कांग्रेस नेताओं के बैलगाड़ी के जरिए विरोध जताने से विधानसभा सत्र के पहले ही दिन बीजेपी को शर्मिदगी झेलनी पड़ सकती है.
इससे पहले शिवकुमार ने जानकारी देते हुए बताया था कि “मैं घर से सुबह 9 बजे बैलगाड़ी से विधानसभा सत्र के लिए निकलूंगा. सिद्धारमैया अपने आवास से सुबह 9.30 बजे निकलेंगे वह बैलगाड़ी पर विधानसभा भी पहुंचेंगे. बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार घरेलु वस्तुओं की बढ़ी हुई कीमतें कम नहीं कर रही है. सरकार देशभर में कई विरोधों के बावजूद अपने फैसले पर अड़ी हुई है.”
#WATCH | Karnataka Congress President DK Shivakumar will reach the Legislative Assembly in bullock carts to participate in the Monsoon session of the state legislature to protest against inflation pic.twitter.com/b5zbKWXXYO
— ANI (@ANI) September 13, 2021
वहीं शिवकुमार ने राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेने का मामला दर्ज करने की भी मांग की क्योंकि उनके एक विधायक और पूर्व मंत्री ने बयान दिया है कि उन्हें कांग्रेस पार्टी छोड़ने के समय पार्टी द्वारा पैसे की पेशकश की गई थी. उन्होंने कहा कि “मैं सच्चाई सामने लाने के लिए पूर्व मंत्री श्रीमंत पाटिल को बधाई देता हूं. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को इस बात की जांच शुरू करनी चाहिए कि पैसे की पेशकश किसने की.”