मराठा समुदाय के लिये आरक्षण की मांग के समर्थन में विभिन्न दलों के विधायकों के एक समूह ने बुधवार को यहां महाराष्ट्र सचिवालय ‘मंत्रालय’ के पास विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने बताया कि कुछ विधायकों ने यह कहते हुए मंत्रालय के दरवाजे पर ताला लगाने की कोशिश की कि जब तक मराठा समुदाय को आरक्षण नहीं मिल जाता, वे प्रशासन को काम नहीं करने देंगे।
अजित पवार के नेतृत्व वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गुट, शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के प्रदर्शनकारी विधायक सचिवालय भवन की सीढ़ियों पर बैठ गए और मराठों के लिए आरक्षण के समर्थन वाले संदेशों वाली तख्तियां दिखाकर प्रदर्शन किया। उन्होंने मराठा आरक्षण मुद्दे पर राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने की भी मांग की।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य के कुछ हिस्सों में हिंसक रूप ले चुके मराठा आरक्षण आंदोलन के बीच राज्य की स्थिति पर चर्चा करने के लिए बुधवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। पिछले कुछ दिनों में राज्य के कई हिस्सों में हिंसा की घटनाएं हुईं। मराठवाड़ा के पांच जिलों में सरकारी बस सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं, जबकि बीड के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगाने के साथ इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
सोमवार को यहां प्रदर्शनकारियों ने कुछ नेताओं के घरों को निशाना बनाया था। मुख्यमंत्री ने लोगों से हिंसा न करने की अपील की है और राजनीतिक दलों से भी ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल होने से बचने को कहा है जिससे स्थिति खराब हो।