पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी मास्टर प्लान तैयार कर रही है जिससे वह वहां अपना भगवा झंडा लहरा सके। इसी कारण दिल्ली में पार्टी के बड़े नेताओं के बीच बैठक हुई। यह बैठक तीन घंटे तक चली और इस मीटिंग में बंगाल चुनाव में सियासी रणनीति को लेकर चिंतन-मनन हुआ। इस बैठक में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा चीफ जेपी नत्ता और प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय शामिल हुए। वहीं इस मीटिंग में तय हुआ कि अमित शाह और जेपी नड्डा हर माह दो बार रैलियां करने बंगाल जाएंगे जिससे ममता बनर्जी और उनकी टीएमसी को हराया जा सके। एक रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी जो खुद स्टार कैंपेनर है। उन्होंने बताया पीएम मोदी भी चुनाव कार्यक्रम का एलान होने के बाद सूबे में रैलियां करेंगे।
केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके जिद्दीपन कि वजह से कई लोग बेघर रहने को मजबूर हैं। शेखावत ने उत्तर 24 परगना जिले में भाजपा के लिये घर-घर जाकर चुनाव प्रचार करने के दौरान ये बात कही। उनके अनुसार ममता सरकार ने पिछले दस सालों में विकास के नाम पर लोगों को केवल धोखा दिया है।
टीएमसी से असंतुष्ट चल रही बीरभूम सांसद शताब्दी रॉय ने पार्टी के खिलाफ आवाज उठाने के एक दिन बाद ही अपना ब्यान बदल दिया। शताब्दी ने डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी (ममता के भतीजे) से मुलाकात के बाद कहा, वो टीएमसी के साथ ही हैं। शताब्दी ने आगे कहा कि मैं टीएमसी के साथ हूं और मैं यहां ममता बनर्जी के कारण रुकी हूं, ये साथ रहने का समय है, पार्टी से जुड़ी शिकायतें मैने अभिषेक के सामने रखी, जिन्होने मुझे आश्वासन दिया है, मैं शनिवार को दिल्ली नहीं जाऊंगी।