टैरिफ (Tariff) को लेकर चल रही खींचतान के बीच भारत (India) का अमेरिका (America) के साथ कारोबार बढ़ा है। चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही (First quarter- Q1) में अमेरिका (America) उन 10 देशों की सूची में पहले पायदान पर रहा है, जिन्हें भारत से सबसे अधिक वस्तुओं व सेवाओं का निर्यात (Export of most Goods and Services) किया है। जबकि, आयात के मामले में अमेरिका रूस के बाद चौथे पायदान पर है। आंकड़े बताते हैं कि साल दर साल भारत का अमेरिका को निर्यात समेत द्विपक्षीय व्यापार बढ़ रहा है लेकिन अब 25 फीसदी टैरिफ और जुर्माना लगाए जाने से भारत के निर्यात क्षेत्र को भारी नुकसान होने की आशंका है।
आंकड़े बताते हैं कि कैलेंडर वर्ष 2024 में भारत का अमेरिका को निर्यात 79.44 बिलियन डॉलर का रहा, जिसमें वर्ष 2023 के मुकाबले 4.8 फीसदी अधिक रहा। अगर वित्तीय वर्ष 2024 में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार की बात करें तो वह रिकॉर्ड 118.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रहा।
कितने वस्तुओं का हुआ आयात-निर्यात
बीते वर्ष (2024) भारत ने अमेरिका को 7,346 वस्तुओं का निर्यात किया, जबकि अमेरिका से 5,749 वस्तुओं का आयात किया गया। भारत से अमेरिका को सर्वाधिक निर्यात करने वाले शीर्ष तीन उद्योग इलेक्ट्रॉनिक्स, रत्न एवं आभूषण तथा फार्मास्यूटिकल्स हैं, जिन पर अब सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।
चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में भारत ने अमेरिका को 25.52 बिलियन डॉलर का निर्यात किया है, जो वित्तीय वर्ष 2024-25 की समान तिमाही में 20.89 बिलियन डॉलर था जबकि अमेरिका से 12.86 अरब डॉलर का आयात हुआ है जो बीते वित्तीय वर्ष की समान तिमाही में 11.52 बिलियन डॉलर का रहा था।
जानकार कहते हैं कि शुल्क लगाने से भारतीय उत्पादों की कीमतें अमेरिका में महंगी हो जाएंगी। अमेरिका मार्केट में दूसरे देशों के उत्पादों से मुकाबला करने के लिए उन्हें अपनी कीमतों को कम करना होगा, जिससे कंपनियों का मुनाफा कम होगा।
भारत को आयात-निर्यात करने वाले टॉप-10 देश
जुर्माने पर निर्भर करेगा निर्यात क्षेत्र पर पड़ने वाला असर
भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) के महानिदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अजय सहाय ने बताया , “भारत के निर्यात पर कितना असर पड़ेगा, यह काफी हद तक अमेरिका जुर्माना निर्धारित किए जाने के बाद स्पष्ट होगा। अभी तक अमेरिका ने यह नहीं बताया है कि जुर्माना कितना लगाएगा। बाकी हम पर आयात शुल्क चीन और बांग्लादेश से कम है। इसलिए अभी यह नहीं कहा जा सकता कि निर्यात पर बहुत ज्यादा असर पड़ेगा। हालांकि अमेरिका चाहता है कि भारत उसके लिए बड़ा मार्केट बने, इसलिए उसके द्वारा आयात शुल्क लगाया जा रहा है।” ,