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भारत को सस्ती गैस दिलाने वाली तापी परियोजना को पूरी कराएगा तालिबान

अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण से भारत को तुर्कमेनिस्तान से सस्ती ईंधन गैस दिलाने वाली तापी गैस परियोजना पर दिख रहे संकट के बादल दूर हो गए हैं। तालिबान के शीर्ष नेता शेर मोहम्मद स्टेनकजई ने दिया आश्वासन, चाबहार बंदरगाह पर भी दिखाया सकारात्मक रुख तालिबान के शीर्ष नेताओं में से एक शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनकजई ने आश्वासन दिया है कि उनका संगठन इस गैस परियोजना की राह की सारी बाधाएं दूर करेगा। उन्होंने भारत के सहयोग से ईरान में बनाए गए चाबहार बंदरगाह को भी लेकर सकारात्मक रुख दिखाया।

टोलो न्यूज के मुताबिक, अफगानिस्तान की सेना में पहले जनरल रह चुके और भारत में प्रशिक्षण ले चुके स्टेनकजई का वीडियो संबोधन राष्ट्रीय रेडियो और टीवी चैनलों पर प्रसारित किया गया। बाद में करीब 46 मिनट के इस वीडियो को तालिबान के सोशल मीडिया चैनल पर भी अपलोड किया गया। कतर के दोहा में अमेरिका व अन्य देशों के साथ समझौता वार्ता करने वाले तालिबान के राजनीतिक पैनल के अहम सदस्य स्टेनकजई ने वीडियो में कहा कि हम भारत के साथ अपने राजनीतिक, आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को उचित महत्व देते हैं और हम चाहते हैं कि ये संबंध जारी रहें।

हम इस संबंध में भारत के साथ काम करने की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने तुर्कमेनिस्तान के साथ अफगानिस्तान पर बात करते समय तुर्कमेनिस्तान-अफगानिस्तान-पाकिस्तान-इंडिया (तापी) गैस पाइपलाइन परियोजना का जिक्र किया। तुर्कमेनिस्तान से अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान और भारत के लिए सस्ती गैस लाने वाली इस पाइप लाइन के लिए स्टेनकजई ने कहा, तालिबान एक बार सरकार का गठन होने के बाद इस परियोजना की राह में आ रही बाधाओं को दूर करेगा।

बता दें कि करीब 10 अरब डॉलर लागत वाली तापी पाइपलाइन परियोजना को इस पूरे क्षेत्र में शांति, स्थिरता व समृद्धि लानेे वाली माना जा रहा है, क्योंकि इस परियोजना से सभी क्षेत्र में आपस में सड़क, रेल व फाइबर केबल नेटवर्क से भी जुड़ेंगे। स्टेनकजई ने ईरान के साथ संबंधों पर बोलते हुए भारत की तरफ से विकसित चाबहार बंदरगाह की अहमियत का जिक्र किया। उन्होंने इसे व्यापार के लिहाज से बेहद अहम निर्माण करार दिया।

सर्वपक्षीय होगी अगली अफगान सरकार

स्टेनकजई ने अफगानिस्तान में तालिबान के सरकार बनाने में देरी पर भी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा, फिलहाल तालिबान नेतृत्व विभिन्न जातीय समूहों, राजनीतिक दलों से इस्लामी अमीरात में ऐसी समावेशी सरकार के गठन पर बात कर रहा है, जो अफगानिस्तान के अंदर और बाहर सभी जगह स्वीकार्य हो और मान्यता हासिल कर सके। उन्होंने कहा, अफगानिस्तान के सभी लोग अगली सरकार में खुद को शामिल पाएंगे, जिसका गठन अफगान लोगों से सलाह के बाद होगा।

अफगानिस्तान में अब कोई युद्ध नहीं

स्टेनकजई ने कहा, 15 अगस्त को पूर्व सरकार के पतन के बाद से अफगानिस्तान में कोई युद्ध नहीं है। लोगों को साथ मिलकर शांति के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने पुरुषों व औरतों, सभी से मिलकर अफगानिस्तान का पुनर्निर्माण करने और एक स्थायी शांति हासिल करने की अपील की। स्टेनकजई ने तालिबान लड़ाकों से एक बार फिर लोगों को परेशान नहीं करने की अपील की और कहा कि किसी भी तालिबान लड़ाके को लोगों के निजी मामलों में दखल देने या घर में घुसने की इजाजत नहीं है। स्टेनकजई ने देश छोड़ रहे लोगों से भी वापस लौटकर अपनी नौकरियां संभालने की अपील की और कहा कि अफगानिस्तान को आपकी प्रतिभा की जरूरत है।