यूक्रेन से जारी संघर्ष के बीच रूस का दुनियाभर के अधिकतर बाजारों के साथ व्यापारिक संबंध उतार-चढ़ाव वाला रहा है। इस बीच, भारत रूस का एक अहम कारोबारी साझेदार बना हुआ है और और वर्ष 2023 में भी वह रूस के साथ मजबूत कारोबारी रिश्ते कायम रख सकता है। मंगलवार को जारी एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है।
बता दें कि नव प्रकाशित 2023 ग्लोबल ट्रेड आउटलुक एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस बिग पिक्चर 2023 आउटलुक रिपोर्ट सीरीज का हिस्सा है। एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस के इकोनॉमिक मैनेजर अग्नियेजका मसीज्यूस्का का कहना है कि हाल के महीनों में रूस से होने वाले आयात में इजाफा हुआ है। ऐसा प्राथमिक रूप से ऑयल, गैस और कोल की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ दूसरे देशों में रूस से आयात के कारण हुआ है।
अग्नियेजका मसीज्यूस्का ने कहा कि रूस से आयात करने वाले प्रमुख देशों में एक प्रमुख नाम भारत है। भारत का रूस के साथ कारोबार में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 100 फीसदी बढ़ा है। फरबरी 2022 में रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद से भारत का रूस के साथ आयात हर महीने बढ़ा है।
बता दें कि एसएंडपी ग्लोबल वैश्विक पूंजी, कॉमोडिटी व ऑटोमोटिव बाजारों में क्रेडिट रेटिंग, बेंचमार्क, एनालिटिक्स और वर्कफ्लो समाधान का दुनिया का अग्रणी सेवा प्रदाता है। रिपोर्ट में रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण व्यापार में प्रत्याशित बदलाव के साथ-साथ 2023 में कंटेनरीकृत व्यापार के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला गया है जबकि वर्ष 2022 दूसरे हॉफ में अनुमानित मंदी के कारण कारोबार में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में केवल 0.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। रिपोर्ट में नए अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) के ग्रीनहाउस रिडक्शन से जुड़े मापदंडों पर भी प्रकाश डाला गया है, जिसे वर्ष 2023 में पेश किया जाना है।