ब्रिटेन (Britain) के एक प्रमुख सट्टेबाज ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन जल्द ही इस्तीफा (Prime Minister Boris Johnson may resign soon) दे सकते हैं. कंपनी ने कहा है कि भारतीय मूल के ऋषि सूनक (Indian-origin Rishi Sunak) बोरिस जॉनसन की जगह ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनाए (Indian-origin Rishi Sunak can replace Johnson) जा सकते हैं. ऋषि सूनक (Rishi Sunak ) बोरिस जॉनसन सरकार (Boris Johnson Government) में वित्त मंत्री हैं.
प्रमुख सट्टा कंपनी ‘बेटफेयर’ ने कहा है कि कोविड महामारी के दौरान शराब पार्टी को लेकर 57 वर्षीय प्रधानमंत्री पर इस्तीफे का दबाव बढ़ रहा है. ये दबाव केवल विपक्ष की तरफ से ही नहीं बल्कि बोरिस जॉनसन की अपनी ही कंजर्वेटिव पार्टी की तरफ से भी है.
बेटफेयर के सैम रोसबॉटम ने ‘वेल्स ऑनलाइन’ को बताया कि पीएम बोरिस जॉनसन इस्तीफा देते हैं तो पद की दौड़ में सबसे आगे ऋषि सूनक हैं. इसके बाद विदेश सचिव लिज ट्रस, कैबिनेट मंत्री माइकल गोव आते हैं. भारतीय मूल की प्रीति पटेल भी प्रधानमंत्री की इस रेस में शामिल हैं. प्रीति पटेल फिलहाल ब्रिटेन की होम सेक्रेटरी हैं.
रोसबॉटम ने कहा है कि ताजा सट्टेबाजी ये कहती है कि बोरिस जॉनसन जल्द इस्तीफा दे सकते हैं.
जिस बीयर पार्टी को लेकर बोरिस जॉनसन पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ रहा है, उसका आयोजन मई 2020 में प्रधानमंत्री के डाउनिंग स्ट्रीट आवास पर किया गया था. कुछ समय पहले पार्टी से जुड़ी कुछ तस्वीरें और ईमेल लीक से इसकी जानकारी सामने आई जिसके बाद से ही ये मामला गरमाया हुआ है.
बुधवार को बोरिस जॉनसन ने हाउस ऑफ कॉमन्स के चैंबर में बोरिस जॉनसन ने लॉकडाउन दिशानिर्देशों के उल्लंघन के लिए दिल से माफी मांगी. इस दौरान ऋषि सूनक उपस्थित नहीं थे जिसे लेकर कयास लगाए जाने लगे कि वो संकट में घिरे बोरिस जॉनसन से दूरी बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इन अटकलों के जवाब में सूनक ने एक ट्वीट कर कहा कि वो व्यस्तता के चलते नहीं आ सके.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं आज पूरे दिन हमारे #PlanForJobs पर काम कर रहा था और साथ ही ऊर्जा की स्थिति पर चर्चा करने के लिए सांसदों से मिलता रहा. प्रधानमंत्री ने माफी मांगी, ये अच्छी बात है. इस मामले पर सू ग्रे की जांच चल रही है. प्रधानमंत्री ने जांच पूरी होने तक धैर्य रखने का अनुरोध किया है जिसका मैं समर्थन करता हूं.’
कुछ ब्रिटिश अखबारों ने सूनक के इस ट्वीट को बोरिस जॉनसन के समर्थन के रूप में देखा है.
बोरिस जॉनसन ने हाउस ऑफ कॉमन्स में दिए गए अपने बयान में कहा था, ‘मैं माफी मांगना चाहता हूं. मैं जानता हूं कि पिछले 18 महीनों में लाखों लोगों ने असाधारण बलिदान दिया है. मुझे पता है कि मुझे और सरकार को लेकर वो कितने गुस्से में हैं.’
उन्होंने कहा कि उन्हें निःसंदेह विश्वास था कि वो एक काम से संबंधित घटना थी, लेकिन जब बाद में उन्हें असलियत का पता चला फिर भी उन्होंने सभी को वापस जाने के लिए नहीं कहा और इस बात का उन्हें खेद है.
जॉनसन की उम्मीदें अब आंतरिक जांच पर टिकी हुई हैं. इस जांच के कारण उन पर इस्तीफा देने का दबाव कुछ समय के लिए खत्म होने की संभावना है. विपक्षी लेबर पार्टी, लिबरल डेमोक्रेट्स और स्कॉटिश नेशनल पार्टी जॉनसन से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. उनका दावा है कि बोरिस जॉनसन ने कोविड के नियम तोड़े हैं.