हिंदू धर्म में हर एक दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित है और आज यानि बुधवार के दिन प्रथम पूजनीय भगवान गणेश (Lord Ganesha) की पूजा की जाती है. जिनका दूसरा नाम विघ्नहर्ता भी है और कहते हैं कि गणेश जी अपने जिस भक्त से प्रसन्न हो जाएं उसके जीवन में आ रहे सभी विघ्नों को हर लेते हैं. बुधवार के दिन लोग गणपति को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी करते हैं.
इसके अलावा बुधवार का दिन बुधदेव को भी समर्पित है और बुध को ग्रहों का राजकुमार भी कहा जाता है. (Budhwar Ke Totke) मान्यता है कि बुध बुद्धि, एकाग्रता, वाणी, त्वचा, सौंदर्य और सुगंध का कारक भी है. कहा जाता है कि यदि कुंडली (Horoscope) में बुध सही है तो सब ठीक रहता है और अगर बुध कमजोर हो तो खुशियां मुंह मोड़ लेती हैं. ऐसे में यदि आपके जीवन में भी कई परेशानी है तो बुधवार के दिन कुछ उपाय करने चाहिए. आइए जानते हैं बुधवार को कौन से उपाय करने से परेशानियों से निजात मिल सकता है?
बुधवार के उपाय
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बुधवार के दिन हरे रंग की चीजों का प्रयोग करना शुभ होता है और यदि आपका बुध कमजोर है तो हमेशा अपने पास हरे रंग का रुमाल रखें. साथ ही बुधवार के दिन किसी जरूरतमंद को हरी मूंग की दाल दान करें.
बुधवार (Wednesday) को भगवान गणेश का दिन माना जाता है कि और कहते हैं कि गणेश जी बुद्धि के दाता है. बुधवार के दिन गणेश जी को दूब या दूर्वा जरूर चढ़ानी चाहिए. यदि आप प्रत्येक बुधवार को 21 दूर्वा गणेश जी को चढ़ाएंगे तो आपके जीवन में कभी परेशानियां नहीं आएंगी और गणेश जी का आशीर्वाद बना रहेगा.
यदि कोई व्यक्ति बुध दोष से पीड़ित है तो उसे मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए. रोजाना ‘ओम ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे’ मंत्र का 5, 7, 11, 21 या 108 बार जाप करने से बुध दोष समाप्त होता है.
बुध दोष से निजात पाने के लिए सोने के आभूषण (gold jewelery) धारण करना लाभकारी माना जाता है. इसके अलावा बुध के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए घर की पूर्व दिशा में लाल रंग का झंडा लगाना चाहिए.
बुध दोष को दूर करने के लिए हाथ की सबसे छोटी उंगली यानि कनिष्ठा उंगली में पन्ना पहनना भी काफी लाभकारी माना जाता है. लेकिन इसके लिए किसी पंडित या ज्योतिष की सलाह लेना बेहद जरूरी है.
जीवन में आ रही परेशानियों से निजात पाने के लिए बुधवार के दिन गाय को घास खिलानी चाहिए. कहा जाता है कि साल में कम से कम एक बार बुधवार के दिन अपने वजन के बराबर घास खरीदकर गौशाला में दान करनी चाहिए.
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी केवल सूचना सामान्य सूचना के उद्देश्य से पेश की गई है हम इन पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं.