बिहार के मधुबनी जिले का बेनीपट्टी थाना क्षेत्र एक बार फिर हत्या (Madhubani Murder Case) की वारदात से सहमा हुआ है. यहां सड़क किनारे करीब 25 वर्षीय युवक का अधजला शव बोरे में बांधकर फेंका हुआ मिला है, जिसके बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है. मृतक की पहचान बेनीपट्टी बाजार निवासी बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि बुद्धिनाथ झा आरटीआई एक्टिविस्ट (RTI Activist) के रूप में काम करता था. साथ ही सोशल मीडिया के जरिए पत्रकारिता भी करता था. परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 9 नवंबर की रात से ही बुद्धिनाथ झा घर नहीं लौटा था.
काफी खोजबीन के बाद परेशान परिजनों ने 11 नवंबर को बेनीपट्टी थाने में बुद्धिनाथ झा के गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी, जिसके बाद से बेनीपट्टी पुलिस लापता युवक की तलाश में जुटी थी. इसी बीच बेनीपट्टी थाना के उड़ेन गांव में स्टेट हाइवे नंबर 52 के पास सड़क किनारे झाड़ियों से करीब 25 वर्षीय युवक का अधजला शव बरामद हुआ. बताया जा रहा है कि युवक का शव बोरे में बांधकर फेंका हुआ था, जिसकी पहचान बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश के रूप में हुई है.
आरटीआई एक्टिविस्ट था बुद्धिनाथ झा
फिलहाल बेनीपट्टी पुलिस नए सिरे से केस दर्ज कर पूरे मामले की तहकीकात में जुटी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चार दिन पहले ही बुद्धिनाथ झा की मौत होने की बात सामने आई है. बेनीपट्टी थाना प्रभारी अरविंद कुमार का कहना है कि इस केस में पुलिस की टीम कई पहलुओं को खंगाल रही है. उम्मीद है कि जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा. मृतक के परिजनों का आरोप है कि – “बुद्धिनाथ झा आरटीआई एक्टिविस्ट के रूप में काम करता था और इसी सिलसिले में बेनीपट्टी में अवैध तरीके से संचालित कुछ निजी नर्सिंग होम के खिलाफ उसने कुछ अहम जानकारी जुटाई थी और प्रशासन से इस मामले में कार्रवाई की मांग की थी, जिसकी वजह से साजिशन उसकी हत्या कर दी गई है.
जवान बेटे की हत्या से परिवार में मातम
ये भी जानकारी मिली है कि बुद्धिनाथ झा आरटीआई एक्टिविस्ट के साथ ही बेनीपट्टी में अपना जांच घर भी चलाता था. जवान बेटे की नृशंस हत्या की वारदात के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार में मातम पसरा है. वहीं पूरे इलाके में दहशत का माहौल है.