उत्तर प्रदेश के अयोध्या में ध्वस्त बाबरी मस्जिद का पता पूछने वाले एक युवक को पुलिस ने संदिग्ध परिस्थितियों में हिरासत में लिया है। हिरासत में लिया गया युवक राम जन्मभूमि दर्शन मार्ग पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से बाबरी मस्जिद के बारे में जानकारी ले रहा था। सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि उन्हें युवक की गतिविधियों पर संदेह हुआ। वह बाबरी मस्जिद के बारे में कुछ विशेष जानना चाह रहा था। इस वजह से संदिग्ध युवक को पुलिस के हवाले कर दिया है। खुफिया एजेंसियां और पुलिसकर्मी युवक से पूछताछ कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि पूछताछ में युवक की ओर से अभी तक दी गई जानकारी को सही पाया गया है। पुलिस कुछ और जानकारी की पुष्टि में जुटी हुई है। पुलिस ने बताया है कि शख्स का नाम बिलाल है और वह मुरादाबाद का रहने वाला है। पुलिस को युवक ने बताया है कि वह तीन दिन पहले अयोध्या आया है। इस दौरान वह उसने कसाबबाड़ा स्थित कच्ची मस्जिद में इबादत भी की। उसने पुलिस को बताया है कि वह दावत-ए-इस्लामी नामक संगठन का कार्यकर्ता है।
उसने अपने संगठन के कार्यकर्ताओं से बाबरी मस्जिद के विषय में पूछा तो उन्होंने बताया कि अब वहां मंदिर बन रहा है। मस्जिद नहीं है। मंदिर निर्माण और बाबरी मस्जिद नहीं होने की जानकारी के बाद उसे देखने पहुंच गया। अयोध्या पहुंचने के बाद युवक ने वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से ही पूछ लिया कि बाबरी मस्जिद कहां थी? युवक ने सुरक्षाकर्मियों से जब यह सवाल पूछा कि क्या वह बाबरी मस्जिद वाली जगह देखने जा सकता है? तब सुरक्षाकर्मियों को उसकी गतिविधियों पर संदेह हुआ। पुलिस ने संदेह होने की स्थिति में उस व्यक्ति को रामजन्मभूमि थाने की पुलिस के हवाले कर दिया।
खुफिया एजेंसियां कर रही हैं पूछताछ
पुलिस और खुफिया एजेंसियां युवक से पूछताछ में जुटी हुई हैं। सीओ अयोध्या ने कहा कि वह युवक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मुस्लिम इकाई से जुड़ा है। इसके अलावा युवक के अपराधिक रेकॉर्ड के बारे में भी पुलिस पता लगाने में जुटी हुई है।