देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में फिर बड़े किसान आंदोलन (Farmer Protest) की तैयारी है। संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) के आह्वान पर देशभर के किसान 20 मार्च को संसद भवन (Parliament House) पर जुटेंगे। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि 26 जनवरी 2024 को देशभर में किसान ट्रैक्टर परेड निकालेंगे। हकों की लड़ाई जारी रहेगी। जमीन और पीढिय़ां बचाने के लिए किसान 20 साल तक आंदोलन के लिए तैयार रहें। किसान को कर्ज नहीं एमएसपी पर गारंटी कानून चाहिए।
राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित किसान मजदूर महापंचायत में दिल्ली में दूसरे चरण के आंदोलन का एलान किया गया। संयुक्त किसान मोर्चा, भारतीय किसान यूनियन और हरियाणा व यूपी के खाप चौधरियों ने विचार विमर्श के बाद एलान किया कि एमएसपी पर गारंटी कानून के लिए संसद भवन पर देशभर भर के किसान महापंचायत करेंगे। एक साथ सभी राज्यों के किसान दिल्ली आएंगे। किसानों से तैयारियां शुरू करने का आह्वान किया।
भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि तैयारियों के लिए भाकियू और संयुक्त किसान मोर्चा के नेता देशभर में जा रहे हैं। चौधरी राकेश टिकैत के अलग-अलग राज्यों में दौरे हैं। उधर, एसएसपी संजीव सुमन और एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह से भाकियू नेताओं की बातचीत के बाद राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने को समाप्त कर दिया गया।
देश में चल रही कंपनियों की सरकार और नागपुर पॉलिसी
भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि देश में कंपनियों की सरकार और नागपुर पॉलिसी चल रही है। प्रशासन को चेताया कि पीएसी नहीं, चाहे मिलिट्री बुला लो, ट्यूबवेलों पर जबरदस्ती बिजली के मीटर नहीं लगने देंगे। बिजली मीटर की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस-प्रशासन की होगी, किसान यह जिम्मेदारी नहीं लेगा।
किसान मजदूर महापंचायत में भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि जो किसान अपनी मर्जी से नलकूपों पर मीटर लगवाना चाहते है, वह लगवा सकते हैं। मगर, एक भी किसान के साथ जबरदस्ती नहीं होने दी जाएगी। सरकार कंपनियों को बिजली बेचने का काम कर रही है। गरीबों का शोषण चल रहा है। किसान संगठन किसी एक पार्टी के खिलाफ नहीं है। जहां सरकार किसान के खिलाफ फैसले करेगी, हम वहीं जाएंगे। किसान को जागना होगा, उनकी जमीन छीनने की तैयारी सरकार कर रही है, गलत तरीके से भूमि अधिग्रहण किया जाता है।
कहा कि व्यापारी आपकी जमीन खरीद रहे हैं, जमीन बिकेगी तो किसान बर्बाद हो जाएगा। किसानों को 20 साल तक की लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। किसानों को फर्जी मुकदमों से डराने की कोशिश की जा रही है। पुलिस-प्रशासन जान लें कि यह ट्रैक्टर किसान का फाइटर विमान है।