राजस्थान का एक परिवार इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की आस लगाए बैठा है. उम्मीद की जा रही है कि पीएम की तरफ से कुछ मदद की जाएगी और उनकी जिंदगी फिर पटरी पर लौट आएगी. ग्यारह वर्षीय मासूम आकाश बोन मेरो और एनीमिया बीमारी से ग्रसित है. परिवार इतना गरीब है कि अपने इकलौते बेटे का भी इलाज नहीं करवा पा रहा है. ऐसे में अब दोनों पिता और पुत्र पीएम से मदद की गुहार लगा रहे हैं. पिता बेटे की मदद की अपील कर रहा है तो बेटा भी चाहता है कि पिता की मदद कर दी जाए.
मामला राजस्थान के धौलपुर जिले का है. यहां के रहने वाले बॉबी गुजरात के भुज जिले के मुंदरा तहसील में हेयर कटिंग का काम करते हैं. करीब दो वर्ष पूर्व वे अपनी दोनों बेटियां 15 वर्षीय नेहा, 9 वर्षीय राधा और अपने इकलौते पुत्र ग्यारह वर्षीय आकाश को अपने साथ गुजरात ले आए थे. वे ईमानदारी से काम कर कम पैसों में भी अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं. लेकिन जब उन्हें पता चलता है कि उनके 11 वर्षीय बेटे को कमजोरी की शिकायत है, वे परेशान हो जाते हैं और अपने बेटे का चेक अप करवाते हैं. बाद में चेक अप में पता चलता कि आकाश को बोन मेरो (अस्थि मज्जा) की बीमारी है.
पिता ने बेटे के इलाज के लिए बिहार का रुख किया, लेकिन वहां पर कुछ खास मदद नहीं मिल पाई. इसके बाद फिर राजस्थान आया गया और मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत जयपुर के जेके लोन हॉस्पिटल में इलाज कराने का फैसला हुआ. वहां पर डॉक्टरों द्वारा बोन मेरो की बायोप्सी की गई तब पता चला कि आकाश अप्लास्टिक एनीमिया और बोन मेरो बीमारी से ग्रसित है. इस बीमारी के इलाज के लिए डॉक्टरों द्वारा 16 लाख का खर्चा बता दिया गया. अब इतने रुपये इस गरीब परिवार के पास नहीं है. ना बेचने के लिए कोई जमीन है और ना ही गिरवी रखने के लिए कोई गहने. ऐसे में अब ये परिवार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगा रहा है.पिता बेटे की जान बचाने की अपील कर रहा है तो बेटा भी अपने मोदी अंकल से भावुक अपील करता दिख रहा है.