सपा सरकार में मंत्री रहे शैलेंद्र उर्फ ललई यादव और सपा विधायक लकी यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट प्रयागराज ने पूर्व मंत्री शैलेंद्र उर्फ ललई यादव और सपा विधायक लकी यादव सहित 11 आरोपितों के विरुद्ध बुधवार को आरोप तय कर दिया है. अदालत में मामले की सुनवाई के दौरान आरोप पढ़कर सुनाया गया. जिसके बाद सभी आरोपियों ने आरोपों से इनकार करते हुए अदालत से परीक्षण कराए जाने की मांग की है.
एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट प्रयागराज ने अभियोजन पक्ष को गवाहों को पेश करने का आदेश दिया है. विशेष न्यायाधीश आलोक कुमार श्रीवास्तव ने पत्रावली पर उपलब्ध कागजातों लोक अभियोजक राजेश गुप्ता व आरोपितों की ओर से उपस्थित अधिवक्ताओं के तर्कों को सुनकर यह आरोप तय किया है. कोर्ट द्वारा आरोप तय होने के बाद मुकदमे का ट्रायल शुरू होगा. जिसके तहत गवाहों के कोर्ट में बयान दर्ज होंगे.
ये है आरोप
कोर्ट ने पूर्व मंत्री शैलेंद्र उर्फ ललई, सपा विधायक लकी यादव, डॉ अवधपाल, लाल बहादुर, राकेश यादव, रत्नाकर चौबे, प्रभानंद, प्रवीण कुमार सिंह, अनिल यादव, श्रवण जायसवाल व नीरज यादव पर आरोप तय किया है. इन लोगों पर आरोप है कि 15 जनवरी 2009 को थाना लाइन बाजार जौनपुर कलेक्ट्रेट परिसर हुसैनाबाद में लोगों को इकट्ठा करके बवाल किया. इस दौरान पुलिस प्रशासन को भद्दी-भद्दी गालियां दी गई. दरोगा आदित्य कुमार सिंह को जान से मारने की धमकी दी गई और वहां खड़ी पुलिस गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. इस मामले में जौनपुर के लाइन बाजार थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है.