मुंबई आतंकी हमलों (Mumbai Terrorist Attack) के मास्टरमाइंड और आतंकी सरगना हाफिज सईद (Hafiz Saeed) को पाक अदालत ने साढ़े 10 साल जेल की सजा सुनाई गई है. गुरुवार को पाकिस्तान की एंटी टेरर कोर्ट ने सईद को टेरर फंडिंग से जुड़े दो मामलों में सजा सुनाई है और हाफिज के साथ जफर इकबाल, याहया मुजाहिद और अब्दुल रहमान मक्की को भी साढ़े 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई है. वर्तमान में हाफिज सईद एक और टेरर फंडिंग मामले में लाहौर में 5 साल की सजा काट रहा है. रिपोर्ट्स की मानें तो, मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद पर आतंक वित्तपोषण, धनशोधन, अवैध रूप से जमीन हड़पने समेत 29 मामले चल रहे हैं और साल 2020 में सईद को चौथी बार सजा सुनाई गई है.
हाफिज सईद के करीबियों को 16 साल सजा
इससे पहले एंटी टेरिरिज्म कोर्ट ने अगस्त में कुख्यात आतंकी हाफिज सईद के करीबी और जमात-उद-दावा के 3 बड़े नेताओं को सजा का फैसला सुनाया था. जिसमें लाहौर के प्रोफेसर मलिक जफर इकबाल और शेखपुरा के अब्दुल सलाम को 16-16 साल की जेल की सजा मिली थी. हैरानी वाली बात ये है कि, कोर्ट ने दोनों को कई अलग-अलग मामलों की सुनवाई करते हुए 16-16 साल की सजा का ऐलान किया था.
भारत को लंबे वक्त से तलाश
साल 2008 में मुंबई को दहलाने की साजिश हाफिज सईद ने ही रची थी और वो लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक भी है. मुंबई हमले के बाद से ही भारत को सईद की तलाश है और अमेरिका ने तो सईद पर एक करोड़ डॉलर ( करीब 70 करोड़) का इनाम घोषित किया था. हाफिज सईद खूंखार आतंकियों में गिने जाते हैं और मुंबई हमले में हाफिज सईद सबसे बड़ा नाम था जिसने आतंकियों के साथ मिलकर हमले की योजना बनाई. मुंबई में हुए धमाकों से पूरा देश हिल गया था और कई बेकसूर लोगों की जान चली गई थी.