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पति के निधन के 14 महीने बाद महिला ने बच्चे को दिया जन्म, जानें कैसे

पहले के जमाने में अगर कोई महिला मां नहीं बन पाती थी, तो उसे काफी ताने सुनने पड़ते थे। इसके बाद कई मर्द दूसरी शादी तक कर लेते थे। लेकिन आज विज्ञान इतनी तरक्की कर चुका है कि कुछ भी असंभव नहीं है। पहले जहां प्रेग्नेंट ना होने पर बच्चा गोद लेने का ऑप्शन रहता था, आज आईवीएफ(IVF) से उसे भी फेल कर दिया है। ऐसा कुछ मामला सामने आया है जहां एक महिला ने अपने पति की मौत के 14 महीने बाद बच्चे को जन्म दिया। सुनकर आपको भी हैरानी हो रही होगी लेकिन ये सच है।

दरहसल,अमेरिका के ओक्लाहोमा सिटी(Oklahoma City) की रहने वाली 40 साल की सारा शेलेनबर्गर (Sarah Shellenberger) के 41 वर्षीय पति स्कॉट(Scott) की पिछले साल फरवरी में हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया था। लेकिन मरने से पहले उसके पति ने अपनी पत्नी की प्रेग्नेंसी का इंतजाम कर दिया था। सारा ने इस साल मई में अपने बेटे हेस को जन्म दिया।

हार्ट अटैक से हुआ था पति का निधन

सारा शेलेनबर्गर (Sarah Shellenberger) एक साइंस प्रोफेसर हैं और उनके पति स्कॉट भी साइंस प्रोफेसर थे, जिनकी पिछले साल फरवरी में हार्ट अटैक के बाद मौत हो गई थी।

सारा शेलेनबर्गर (Sarah Shellenberger) ने बताया, ‘हमारी पहली मुलाकात कॉलेज में पढ़ाई के दौरान हुई, लेकिन हमने पहली बार 2017 में एक-दूसरे को डेट करना शुरू किया जब स्कॉट ने फेसबुक के जरिए मुझसे कॉन्टैक्ट किया। इसके बाद हमलोग मिले और डेट करना शुरू किया। इसके 4 महीने बाद हमने सगाई की और फिर सितंबर 2018 में शादी कर ली।

डॉक्टर से किया संपर्क

सारा शेलेनबर्गर (Sarah Shellenberger) ने बताया, ‘हम दोनों वास्तव में कम से कम तीन बच्चे चाहते थे और अपना परिवार शुरू करने के लिए काफी उत्साहित थे। इसलिए शादी के तुरंत बाद ही हमने बच्चे के लिए प्रयास करना शुरू कर दिया, लेकिन काफी कोशिशों के बाद भी मैं प्रेग्नेंट नहीं हुई तो हमने डॉक्टर से संपर्क किया जिसके बाद हमारे पास पैरेंट बनने का एकमात्र रास्ता आईवीएफ था।’

आईवीएफ के जरिए बनी मां

सारा शेलेनबर्गर (Sarah Shellenberger) बताती हैं कि डॉक्टर की सलाह पर मैंने और स्कॉट ने बारबाडोस प्रजनन क्लिनिक (Barbados Fertility Clinic) में भ्रूण को सुरक्षित रखा था। हालांकि इसके कुछ दिन बाद उनके पति स्कॉक का निधन हो गया। वह हमेशा से चाहते थे कि मैं उनके बच्चे को जन्म दूं, इसलिए पिछले साल मैंने आईवीएफ के जरिए मां बनने का मन बनाया और अगस्त में गर्भवती हुई। आज उनका एक प्यारा सा बेटा है।