झारखंड विधानसभा सभा सचिवालय के 2 सितंबर को जारी आदेश में कहा गया है कि नई झारखंड के विधानसभा भवन के कमरा नंबर TW 348 को नमाज पढ़ने के लिए आवंटित किया गया है.
इस मुद्दे को लेकर ट्विटर वार शुरु हो गया है. बीजेपी के विधायक इसको लेकर लगातार हेमंत सरकार पर निशाना साधा रहे हैं.
बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर कहा कि ‘लोकतंत्र का मंदिर लोकतंत्र के मंदिर के रूप में ही रहना चाहिए. झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित करना गलत है, हम इस फैसले के खिलाफ हैं.’
वहीं बीजेपी विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने ट्वीट कर कहा कि ‘मैं नमाज के कमरे के खिलाफ नहीं हूं लेकिन उन्हें झारखंड विधानसभा परिसर में मंदिर भी बनाना चाहिए, मैं यहां तक मांग करता हूं कि वहां हनुमान मंदिर की स्थापना की जाए, अगर स्पीकर ने मंजूरी दी तो हम अपने खर्च पर मंदिर का निर्माण कर सकते हैं.’
राजमहल विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने भी सरकार के इस फैसले पर तंज कसा है. उन्होंने लगातार कई ट्वीट करते हुए सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए इस फैसले को तुष्टिकरण की पराकाष्ठा बताया है. उन्होंने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा कि ‘झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष महोदय बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार के दिन के लिए हमारे आराध्य देवता हेतु अलग-अलग कक्ष का आवंटन हेतु अनुरोध विधानसभा खुलने पर, सादर!’
बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा कि ‘आदरणीय अध्यक्ष महोदय जी अगला दिन मंगलवार है बजरंगबली के दिन के रूप में मानते हैं, हनुमान चालीसा का पाठ हेतु विधानसभा में अलग कक्ष आवंटन का हेतु पूर्व अनुरोध आपसे कर ही देते है.’
‘आदरणीय विधानसभा अध्यक्ष महोदय अगला सत्र सोमवार को है, मान्यताओं में भगवान शिव, मरांगबुरु का दिन के रूप में हम मानते हैं, उनकी आराधना में शिवस्त्रोतम का पाठ करना है, आग्रह है एक कक्ष का आवंटन करेंगे.’