कोरोना काल में कई अजब-गजब घटनाएं हुई हैं जिन्हें जानकर हर कोई हैरान रह गया. अब हाल ही में एक अजीबोगरीब मामला उत्तर प्रदेश के कन्नौज (Uttar Pradesh Kannauj) जिले से सामने आया है. जहां एक दूल्हा धूमधाम के साथ नाचते-गाते अपनी दुल्हन लेने पहुंचा था. सब कुछ अच्छे से हो रहा था लेकिन जैसे ही बाराती लड़की वालों के दरवाते पर पहुंचे तो किसी बात पर विवाद हो गया. विवाद इस कदर बढ़ा कि बारातियों को बिना दुल्हन की वापस लौटना पड़ा. अब इस मामले की चर्चा पूरे जिले में हो रही है.
बिना दुल्हन लौटी बारात
दरअसल, बताया जा रहा है कि दूल्हे पक्ष की तरफ से दहेज की मांग की गई थी. जब बारात दरवाजे पर पहुंची तब लड़की पक्ष के सामने 50 हजार रुपये की डिमांड रखी गई. जिसे सुनकर विवाद हो गया और फिर शादी नहीं हुई. दूल्हे के परिजनों की तरफ से हुई इस डिमांड ने लड़की के परिजनों को हैरानी में डाल दिया और शादी का माहौल कुछ ही देर में मायूसी में बदल गया.
लड़की के परिवार ने दहेज देने से इनकार किया जिसके बाद दूल्हा बिना शादी किए वापस लौट गया. बारात लौटने से नाराज लड़की के पिता ने तिर्वा कोतवाली पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर लड़के वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने पत्र में कहा कि कानपुर देहात जनपद के सिकन्दरा थाना क्षेत्र के रामनरायन के पुत्र विनय के साथ उनकी बेटी का विवाह तय हुआ था. तय तारीख के मुताबिक शादी की तैयारी हुई थी और बारात भी समय पर पहुंच गई थी. जैसे ही उन्होंने दूल्हे का द्वारचार किया तब दूल्हे पक्ष के लोगों ने 50 हजार रुपये अतिरिक्त दहेज की डिमांड की. जिस पर विवाद हुआ.
लड़की के पिता ने पत्र में बताया कि उन्होंने लड़के वालों को दहेज के रूप में 2 लाख 10 हजार नकद व अन्य सामान दिया था. द्वारचार के समय इस तरह की कोई डिमांड नहीं थी और ना ही कोई बात हुई थी. इसके बावजूद दूल्हे के पिता बारात वापस ले गए. लड़की के परेशान पिता की शिकायत पर पुलिस ने उचित कार्रवाई करने की बात कही है. वहीं शादी टूटने से लड़की का रो-रोकर बुरा हाल है.