देशभर में दिवाली (Diwali) की रौनक लगी हुई है. चारों तरफ दिवाली की धूम है. शनिवार को दिवाली का महापर्व बहुत ही धूमधाम के साथ देश के कोने-कोने में मनाया जाएगा. दिवाली महापर्व की शुरुआत धनतेरस (Dhanteras) के दिन से होती है और भाई दूज तक रहती है. यूं तो लोग दिवाली पास आते ही घरों की साफ-सफाई करना शुरू कर देते है. पुराणों में दिवाली से पहले साफ-सफाई करने का उल्लेख किया गया है. दिवाली से पहले धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है. इस विशेष दिन पर लोग खरीदारी करते हैं और श्री गणेश, भगवान धनवंतरि, कुबेर जी और मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं. ऐसी मान्यता है कि, जिन घरों में साफ-सफाई रहती है उसी घर में मां लक्ष्मी और कुबेर जी वास करते हैं.
धनतरेस पर इन हिस्सों की सफाई
13 नवंबर को देशभर में धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा और ऐसे में हम आपको उन स्थानों के बारे में बताएंगे जिन हिस्सों की सफाई करना जरूरी होता है.घर के इन हिस्सों में अगर साफ-सफाई रहती है तो मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसती है.
ईशान कोंण
वास्तुशास्त्र में घर के ईशान कोणेका विशेष महत्व बताया गया है. वास्तु के मुताबिक, घर का मंदिर ईशान कोण में बनाना चाहिए क्योंकि इसी कोण में देवताओं का स्थान माना गया है. धनतेरस के पवित्र त्योहार पर इस कोण की साफ-सफाई जरूर करें. इससे मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है.
घर की पूर्व दिशा
धनतेरस के दिन घर की पूर्व दिशा की साफ-सफाई का ख्याल जरूर रखें. वास्तुशास्त्र के अनुसार पूर्व दिशा की साफ-सफाई रखने से मां लक्ष्मी का घर में वास होता है और कभी-भी धन की कमी नहीं होती.
घर की उत्तर दिशा
जब आप घर की साफ-सफाई कर रहे हैं तो उत्तर दिशा को भी साफ करें. माना जाता है कि, इस दिशा को साफ रखने से भगवान कुबेर का आशीर्वाद और मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है.
घर का ब्रह्म स्थान
इसके अलावा घर के बीच वाले स्थान को भी साफ रखना चाहिए क्योंकि वास्तु में इस स्थान को ब्रह्म स्थान माना गया है और ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और घर-परिवार के सदस्यों पर उनकी कृपा दृष्टि बनी रहती है.