भाजपा में भगदड़ के साथ सपा, कांग्रेस और बसपा भी अपने सियासी किले मजबूत करते जा रहे हैं। इस बीच विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नया गठबंधन भागीदारी परिवर्तन मोर्चा बना है। इस गठबंधन में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी, बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी जन अधिकार पार्टी और वामन मेश्राम की (बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटीज एंप्लाई फेडरेशन) शामिल है। तीनों नेताओं ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका ऐलान कर दिया है। इस गठबंधन के कन्वीनर बाबू सिंह कुशवाहा होंगे। इस तरह से एक खास वर्ग के मतदाताओं को एक मंच पर लाने की तैयारी शुरू हो गयी। ओवैसी ने बताया कि अगर यह गठबंधन सत्ता में आता है तो दो मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री दलित होगा, जबकि दूसरा ओबीसी समाज से होगा। सरकार में तीन डिप्टी सीएम भी बनाए जाएंगे जिसमें मुस्लिम समुदाय का भी होगा।
ओवैसी ने कहा कि कमजोर लोग मिलकर एक ताकत बन रहे हैं। ताकत और एकजुटता से सत्ता पाई जा सकती है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि शिवपाल यादव अब उनके संपर्क में नहीं हैं लेकिन उनके संबंध उनसे हैं और ये रहेंगे।
गठबंधन में शामिल हो सकते हैं और भी दल
बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि इस गठबंधन में अभी और भी दल आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि आने वालों के लिए दरवाजे बंद नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सपा और बीजेपी के बीच जो लड़ाई है वह अब बीजेपी और भागीदारी परिवर्तन मोर्चे के बीच होगी। सपा गठबंधन तीसरे नंबर पर चला जाएगा।
यह मजबूरी का गठबंधन नहीं : कुशवाहा
बाबूसिंह कुशवाहा ने कहा कि यह मजबूरी का गठबंधन नहीं है, हमारी पहले से बात थी। यूपी में सबसे ज्यादा कार्यक्रम जन अधिकार पार्टी ने किए है, पिछले 4 महीने से सम्मेलन कर रहे हैं। मतदाताओं के करीब रहे हैं। वामन मेश्राम ने कहा, तीन डिप्टी सीएम होंगे एक मुस्लिम होगा और बाकी दो लोगों के नाम जल्द घोषित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भागीदारी मोर्चा राजभर ने बनाया था, वह तो चले गए पर बाकी सब अभी भी शामिल हैं। हम 403 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि 95 प्रतिशत सीटों पर बात हो गई है।