भारतीय वायु सेना का MI-17V5 हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर जिले में क्रैश (Helicopter Crash) हो गया. इस हादसे में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के देवरिया (Deoria) जिले के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Gp Capt Varun Singh) भी सवार थे. फिलहाल वह वेलिंगटन के सेना अस्पताल (Army Hospital) में एडमिट हैं. उनका इलाज चल रहा है. जबकि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य अफसरों की मौत हो गई. वहीं, इस हादसे की खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया.
दरअसल, देवरिया जिले में रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के कन्हौली गांव के रहने वाले वरुण सिंह (40) वायुसेना में ग्रुप कैप्टन हैं. फिलहाल उनकी तैनाती तमिलनाडु के वेलिंग्टन में है. वहीं पर उनके साथ में उनकी पत्नी और एक बेटा व बेटी भी रहते हैं. उनके पिता कर्नल केपी सिंह सेना से रिटायर्ड हैं.उन्होंने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अपना घर बनवाया हुआ है. वह पत्नी उमा सिंह के साथ वहीं पर रहते हैं जबकि वरुण सिंह के भाई तनुज सिंह इंडियन नेवी में हैं. जहां बुधवार की सुबह एय़रफोर्स का जो एमआई-17 वीएच हेलिकॉटर क्रैश हुआ उसमें सीडीएस जनरल विपिन रावत के साथ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह भी सवार थे. वह भी जनरल विपिन रावत के साथ कोयम्बटूर के सुलुर से वेलिंग्टन में डीएससी की ओर जा रहे थे.
वरुण सिंह को मिला चुका है शौर्य चक्र
गौरतलब है कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Gp Capt Varun Singh) को इसी साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था. उन्हें यह सम्मान 2020 में एक हवाई आपातकाल के दौरान अपने LCA तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए दिया गया था. वहीं, हादसे की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. फिलहाल सेना की ओर से घटना की जानकारी परिवार को दे दी गई है. हालांकि इस हादसे के बाद से वरुण की पत्नी उनके साथ अस्पताल में ही हैं. ऐसे में परिवार के अन्य लोग भी वहां के लिए रवाना हो रहे हैं.
सेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के दिए गए आदेश
बता दें कि इंडियन एयरफोर्स के अनुसार, CDS विपिन रावत बुधवार को स्टाफ कोर्स के फैकल्टी और स्टूडेंट्स को संबोधित करने के लिए वेलिंगटन (नीलगिरी हिल्स) स्थित डीएसएससी के दौरे पर थे. इसी बीच दोपहर वायुसेना का Mi17 V5 हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सीडीएस और उनकी पत्नी समेत 14 लोग शामिल थे. खबरों के मुताबिक, वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर खराब मौसम की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हुआ. इस हादसे का कारणों का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दे दिए गए हैं.
DNA टेस्टिंग से की जाएगी शवों की पहचान
वहीं, हेलिकॉप्टर क्रैश होने के बाद आग लगने की वजह से शव बुरी तरह से झुलस गए हैं.ऐसे में शवों की पहचान के लिए DNA टेस्ट कराया जाएगा. वहीं, नीलगिरि के जिलाधिकारी ने 13 लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि हादसे में बचे एकमात्र यात्री पुरुष हैं. उन्होंने कहा कि 14 में से 13 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि एकमात्र पुरुष ही जीवित हैं.