लखनऊ। अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ और मैनपुरी का नाम मयन नगर करने की मांग के बाद देवबंद का नाम बदलने की मांग उठने लगी है। बजरंग दल ने देवबंद का नाम देववृंद बदलने की मांग का पत्र प्रदेश सरकार का भेजा है। ज्ञात हो कि सहारनपुर जिले के देवबंद में सुन्नी मुसलमानों का सबसे बड़ा मदरसा दारूल उलूम देवबंद है। इस मदरसे में देश के विभिन्न इलाकों के साथ ही दुनिया अलग-अलग हिस्सों से सैकड़ों युवक कुरान और हदीस की आयतें पढ़ने के लिए आते हैं। इस मदरसे की वजह से देवबंद का इलाका पूरी तरह मुस्लिम बहुल हो चुका है। देवबंद उत्तर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के उन पांच निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है, जहां मुस्लिम आबादी बहुमत में है। सांप्रदायिक तनावों की वजह से वहां पर पीएसी और पुलिस की हमेशा भारी तैनाती रहती है। देवबंद इलाके का नाम बदले जाने की मांग से पहले ही योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य के फैजाबाद जिले का नाम अयोध्या, इलाहाबाद का प्रयागराज और मुगलसराय का नाम बदलकर दीन दयाल उपाध्याय नगर कर चुकी है।
माता बाला सुंदरी देवी से देवबंद की पहचान
बजरंग दल की पश्चिमी उत्तर प्रदेश यूनिट के संयोजक विकास त्यागी ने कहा कि देवबंद की पहचान पहले माता बाला सुंदरी देवी मंदिर से हुई थी। उन्होंने बताया कि महाभारत के दौरान, पांडवों ने अपने निर्वासन के कई साल यहां पर बिताए थे। अब उत्तर प्रदेष सरकार मुगलिया सल्तलनत के नामों को हटा रही है। ऐसे में देवबंद जिले का नाम भी अब देववृंद किया जाना चाहिए। उन्होने अपनी इस मांग के सम्बन्ध में प्रदेश के शहरी विकास मंत्री आशुतोष टंडन को पत्र भेजा है।
बीजेपी विधायक भी उठा चुके हैं मांग
ज्ञात हो कि बजरंग दल से पहले वर्ष 2017 में बीजेपी विधायक बृजेश सिंह ऐसी ही मांग कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि रंखंडी जाखवाला और जडोदा पांडा जैसे स्थान देवबंद के हिंदू पौराणिक कथाओं के साथ ऐतिहासिक संबंधों की गवाही देते हैं। इस स्थान के नाम में सुधार किया जाना चाहिए।