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दुश्मन के टैंक को पीछा करके बर्बाद कर देगी भारतीय सेना की Dhruvastra मिसाइल

 

सिर्फ दागो और भूल जाओ. यही मूलमंत्र है सेना की नई मिसाइल ध्रुवास्त्र का. भारत में बनी ध्रुवास्त्र मिसाइल 230 मीटर प्रति सेकंड की गति से चलती है. यानी 828 किलोमीटर प्रति घंटा. यह स्पीड इतनी है कि पलक झपकते ही दुश्मन के भारी से भारी टैंक को बर्बाद कर सकती है.

दुश्मन के टैंक को पीछा करके बर्बाद कर देगी भारतीय सेना की Dhruvastra मिसाइल

ध्रुवास्त्र (Dhruvastra) की रेंज 500 मीटर से लेकर 4 किलोमीटर तक है. ध्रुवास्त्र मिसाइल का पुराना नाम नाग मिसाइल था. ओडिशा के बालासोर में 15-16 जुलाई को इसका सफल परीक्षण किया गया. अब यह मिसाइल सेना को सौंपने के लिए तैयार है.

दुश्मन के टैंक को पीछा करके बर्बाद कर देगी भारतीय सेना की Dhruvastra मिसाइल

सेना इस ध्रुवास्त्र मिसाइल को ध्रुव हेलिकॉप्टर में लगाएगी. इस मिसाइल के लैस होने के बाद ध्रुव मिसाइल अटैक हेलिकॉप्टर बन जाएगा. ताकि जरूरत पड़ने पर दुश्मन को नाको चने चबाने पर मजबूर किया जा सके.

दुश्मन के टैंक को पीछा करके बर्बाद कर देगी भारतीय सेना की Dhruvastra मिसाइल

ध्रुवास्त्र मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और सेना के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. अब एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल के लिए भारत को दूसरे देश पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.

दुश्मन के टैंक को पीछा करके बर्बाद कर देगी भारतीय सेना की Dhruvastra मिसाइल

DRDO के अनुसार ध्रुवास्त्र एक तीसरी पीढ़ी की ‘दागो और भूल जाओ’ टैंक रोधी मिसाइल (ATGM) प्रणाली है, जिसे आधुनिक हल्के हेलीकॉप्टर पर स्थापित किया गया है. ध्रुवास्त्र मिसाइल हर मौसम में हमला करने में सक्षम है. साथ ही इसे दिन या रात में भी दाग सकते हैं.