सबसे पहले कोरोना की वैक्सीन(Corona vaccine) तैयार करने वाले रूस(russia) ने दुनिया की पहली नेजल वैक्सीन (nasal vaccine) भी बना ली है। रशियन स्वास्थ्य मंत्रालय (Russian health ministry) की ओर से इसकी घोषणा की गई। आपको बता दें कि रूस (russia) ने अपनी पहली कोरोना वैक्सीन (corona vaccine) स्पूतनिक वी (Sputnik V) का ही नेजल वर्जन तैयार कर लिया है। बता दें कि रूस में काफी समय से नेजल वैक्सीन का ट्रायल चल रहा था। आखिरकार रूस ने इस दिशा में कामयाबी हासिल कर ली है। यह वैक्सीन खासतौर पर बच्चों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है।
आपको बता दें कि रूस में जनवरी से ही नेजल वैक्सीन पर ट्रायल चल रहा था। उस वक्त यह दावा किया गया था कि अगले 3-4 महीने के अंदर नेजल वैक्सीन हमारे बीच आ जाएगी। अक्टूबर 2021 में रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने नेजल वैक्सीन का दूसरे चरण का ट्रायल शुरू किया था। दूसरे चरण के नतीजों में सामने आया था कि नेजल वैक्सीन सामान्य इंजेक्शन वाली वैक्सीन के मुकाबले अधिक असरदार है और यह ओमिक्रॉन वेरिएंट से भी सुरक्षा प्रदान करेगी। ऐसे में अब कहा जा रहा है कि नेजल वैक्सीन के आने से कोरोना के खिलाफ जारी दुनिया की ये जंग और ज्यादा आसान हो सकती है।
बता दें कि नेजल वैक्सीन नाक के जरिए दी जाती है और इसे इंट्रानेजल वैक्सीन भी कहा जाता है। जो वैक्सीन मांसपेशियों में इंजेक्शन के जरिए दी जाती है, वो इंट्रामस्कुलर वैक्सीन होती है। बताया जा रहा है कि ये नेजल वैक्सीन एक स्प्रे की तरह दी जा सकती है। भारत में भी नेजल वैक्सीन को लेकर ट्रायल चल रहा है। भारत में इस वैक्सीन पर काम भारत बायोटेक द्वारा वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन (WUSM) के साथ मिलकर किया जा रहा है।