दिल्ली सरकार ने भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के दिवंगत लेफ्टिनेंट सुनीत मोहंती के परिवार को एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है, जिनकी अरुणाचल प्रदेश में 2019 विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, हम अपने शहीदों के बलिदान की भरपाई के लिए कुछ नहीं कर सकते, लेकिन हम उनके परिवारों का समर्थन करने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, हम करेंगे। उनके परिवारों को शक्ति और समर्थन देते हुए हम शहीदों के परिवारों के साथ हमेशा खड़े रहेंगे और हर संभव मदद करेंगे।
सम्मान राशि के तहत मुआवजा उन लोगों के परिवार को दिया जाता है जो कर्तव्य के दौरान अपनी जान गंवाते हैं। यह सम्मान राशि पालम विहार की विधायक भावना गौर ने रविवार को मृतक सुनीत मोहंती के माता-पिता एस.एन. मोहंती और संजुक्ता मोहंती को दी।
लेफ्टिनेंट सुनीत मोहंती को 24 जून, 2016 को 43 स्क्वाड्रन वायु सेना में तैनात किया गया था। उन्हें 3 जून, 2019 को अरुणाचल प्रदेश में महकुका हवाई क्षेत्र के रखरखाव मिशन के लिए एएन-32 केए 2752 विमान उड़ाने के लिए साधिकार दिया गया था।
विमान ने उसी दिन दोपहर 12.25 बजे जोरहाट हवाई अड्डे से उड़ान भरी और लगभग आधे घंटे के हवाई सफर के बाद लापता हो गया। विमान के पुर्जे 12 जून, 2019 को अरुणाचल प्रदेश के सियांग में परी हिल्स के मेनचुका में मिले थे। विमान में सवार सभी लोग मारे गए।
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस के दिवंगत एसीपी संकेत कौशिक, दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल विकास कुमार, सिविल डिफेंस वालंटियर परवेश कुमार और वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर मीत कुमार के परिवारों को अरविंद केजरीवाल सरकार ने एक-एक करोड़ रुपये के चेक सौंपे।