दक्षिण कोरिया (South Korea) के पूर्वी तटीय क्षेत्र के जंगल में लगी आग (Wildfire) को बुझाने के लिए शनिवार को लगभग दो हजार दमकलकर्मियों और सैनिकों को तैनात किया गया है. इस आग से परमाणु प्लांट (Nuclear Plant) और तरल प्राकृतिक गैस प्लांट को अस्थायी रूप से खतरा पैदा हो गया है. यह आग समुद्र की ओर बसे उल्जिन शहर की पहाड़ियों पर शुक्रवार की सुबह लगी थी और अब यह लगभग तीन हजार हेक्टेयर के क्षेत्र में फैल चुकी है.
आग सैमचियोक शहर के करीब पहुंच चुकी है और अब तक इसकी चपेट में आकर 90 मकान और अन्य इमारतें नष्ट हो चुकी हैं और लगभग छह हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. दक्षिण कोरिया के आतंरिक और सुरक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि हालांकि, इस घटना में अब तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. उन्होंने कहा कि वे आग लगने के कारणों की जांच कर रहे हैं.
तेजी से फैल रही है आग
उन्होंने कहा कि आग तेज हवाओं और शुष्क मौसम की वजह से तेजी से फैल रही है. अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह 1,950 से अधिक दमकलकर्मी और सैनिक, 51 हेलीकॉप्टर और 273 अन्य वाहन आग बुझाने में लगे हुए हैं. उन्होंने बताया कि दमकलकर्मियों ने रातभर अभियान चलाकर आग की लपटों को सैमचियोक स्थित एलएनजी उत्पादन केंद्र तक पहुंचने से रोक दिया.
तुर्की में भी लगी थी भीषण आग
इससे पहले बीते साल तुर्की के जंगलों में भी भीषण आग लगी थी. जिसे तमाम कोशिशों के बाद भी नियंत्रित करने में दिक्कतें आ रही थीं. तुर्की में आग अंतालया क्षेत्र में लगी थी. जो रूस और यूरोप के अन्य हिस्सों के पर्यटकों के लिए आकर्षण का एक केंद्र रहा है. इस घटना में कई लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 50 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके अलावा ग्रीस, इटली और स्पेन के जंगलों में भी आग लगने की सूचना मिली थी. जिसके कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कतें आ रही थी. सैकड़ों की संख्या में लोगों को अपना घर तक छोड़कर जाना पड़ा. सैकड़ों की संख्या में घरों को नुकसान पहुंचा था.