Breaking News

तेज हवा और कड़कड़ाती बिजली की चपेट में आया पाकिस्तानी विमान, एयरपोर्ट से पांच किमी दूर हुआ क्रैश, 127 लोगों की मौत

पाकिस्तान (Pakistan) में विमान हादसों (Plane Crash) का लंबा इतिहास रहा है. कभी इसके अकुशल पायलटों की वजह से हादसे हुए हैं तो कभी एयर ट्रैफिक कंट्रोल के गलत दिशानिर्देश की वजह है. हालांकि, पाकिस्तान में आज ही के दिन 2012 में हुआ एक विमान हादसा बिगड़े मौसम की वजह से हुआ. ये विमान हादसा इतना दर्दनाक था कि विमान में सवार सभी 127 क्रू मेंबर और यात्रियों की मौत हो गई. यहां गौर करने वाली बात ये है कि विमान एयरपोर्ट से महज पांच किमी दूर था, लेकिन लैंडिंग से पहले ही ये दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

20 अप्रैल 2012 को भोज एयर फ्लाइट (Bhoja Air Flight) 213 एक घरेलू पैसेंजर फ्लाइट थी, जिसका संचालन भोज एयर कर रही थी. ये विमान कराची से राजधानी इस्लामाबाद जा रहा है. विमान में छह क्रू मेंबर्स और 121 यात्री सवार थे. कराची से विमान ने शाम पांच बजे उड़ान भरी और इसे शाम 6.30 बजे इस्लामाबाद पहुंचना था. हालांकि, खराब मौसम की वजह से पायलट की मुश्किलें बढ़ रही थीं. एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने पायलट और क्रू मेंबर्स को बताया कि इलाके में जोरों की बारिश हो रही है और इसके जारी रहने की संभावना है. यात्रा के दौरान इसे थोड़े बहुत टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा, इसलिए ये आगे बढ़ता गया.

लैंडिंग की मिली अनुमति, लेकिन खराब मौसम ने बिगाड़ा खेल

हालांकि, कुछ मिनट बाद ही विमान ने बुरे हालातों का सामना करना शुरू कर दिया. यहां गौर करने वाली बात ये है कि एयरलाइन के मैन्युअल में बताया गया था कि खराब मौसम होने पर विमान को लौट जाना चाहिए. लेकिन पायलट ने इसकी अनदेखी करते हुए विमान को उड़ाना जारी रखा. वहीं, ऑटोपायलट से विमान को हटाकर पायलट ने कमान संभाली. इस्लामाबाद एयरपोर्ट ने विमान को लैंडिंग के लिए अनुमति दे दी थी. ऐसे में विमान अब लैंडिंग के लिए तैयार हो रहा था. दूसरी, विमान में खराब मौसम की वजह तनाव बढ़ता जा रहा था.

चेतावनी अलार्म बजने पर भी पायलट ने नहीं उठाया कोई कदम

खराब मौसम की वजह से विमान की एयरस्पीड घटने लगी. कुछ सेकेंड के बाद विंड शियर अलार्म भी बजने लगा, लेकिन पायलट ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया. वहीं, ऑटोपायलट हटने के बाद विमान की कमान पायलट के हाथों में थी. लेकिन विमान तेज हवा और बिजली की कड़कड़ाहट के बीच फंस चुका था. अब पायलट को कुछ समझ नहीं आ रहा था. विमान पर से धीरे-धीरे पायलट का नियंत्रण खत्म होते जा रहा था. अब विमान ने तेजी से नीचे की ओर जाना शुरू कर दिया.

एयरपोर्ट के पास स्थित गांव में हुआ क्रैश

पायलट चाहकर भी विमान को काबू में नहीं कर पाए और ये एयरपोर्ट से पांच किलोमीटर दूर स्थित एक गांव में जाकर क्रैश हो गया. ये विमान रावलपिंडी के हुसैनाबाद गांव में क्रैश हुआ था. विमान के जमीन से टकराते ही आग की लपटें उठने लगीं. घटना की जानकारी मिलते ही राहत एवं बचाव टीम लोगों की मदद के लिए मौके पर पहुंची. इस विमान दुर्घटना में प्लेन में सवार सभी 127 क्रू मेंबर्स और यात्री मारे गए.

जांच में सामने आई पायलट की गलती

शुरुआती जांच में पता चला कि भारी बारिश और तूफान की वजह से विमान को लैंड होने में परेशानी का सामना करना पड़ा. बताया गया कि पायलट ने खराब मौसम होने के बाद भी विमान को लैंड करने का प्रयास किया, जबकि उसे लौट जाना चाहिए. वहीं, चश्मदीदों ने बताया कि विमान आसमानी बिजली की चपेट में आ गया और आग का गोला बन गया. हालांकि, इस विमान हादसे में गनीमत ये रही कि ये हादसा एक आवासीय इलाके में हुआ था, लेकिन जमीन पर कोई भी हताहत नहीं हुआ.