छोटी-छोटी बातों पर तनाव लेना कब भारी पड़ जाता है आपको पता भी नहीं चलता। अगर आप छोटी-छोटी बातों पर तनाव लेते हैं तो सावधान हो जाएं। तनाव व्यक्ति को कई तरह की बीमारियों का शिकार बना देता है। वहीं बार-बार सिर दर्द, बार-बार गुस्सा होने, ठीक से नींद न आने का संबंध तनाव (stress) से हो सकता है। ज्यादा तनाव के चलते व्यक्ति सहन करने की क्षमता खो देता है। इसके चलते उसका कामकाजी प्रदर्शन निचले स्तर पर चला जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि तनाव की लिमिट अलग-अलग व्यक्तियों, परिस्थितियों और व्यक्तिगत क्षमता (मानसिक और शारीरिक) के हिसाब से अलग-अलग होती है। आपका तनाव जब अपनी लिमिट को पार कर जाता है, तो यह आपके रोजमर्रा के काम को प्रभावित करने लगता है।
एसिड पेप्टिक रोग होना
तनाव लेने से लोगों को काफी सारी बीमारियां (diseases) होने की संभावना बढ़ जाती है, जिनमें एसिड पेप्टिक रोग शामिल है, जिसे आम भाषा में गैस कहा जाता है।
नशीले पदार्थों की लत लगना
स्ट्रेस (Stress) से पीड़ित लोगों की हालात दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जाती है।इसकी वजह से उन्हें नशीले पदार्थों जैसे शराब या धूम्रपान (smoking) की लत लग सकती है। और इसके वजह से वह कई बीमारियों का शिकार हो जाते हैं।
वजन का बढ़ना
स्ट्रेस से पीड़ित व्यक्ति को किसी चीज़ का होश नहीं होता है, जिसकी वजह से वह अनियमित तरीके से भोजन करने या फिर आलस का शिकार बन जाता है।अत: उसका वजन काफी तेज़ी से बढ़ सकता है, जो उसके लिए घातक साबित हो सकता है।
दिल संबंधी बीमारियों का होना
जैसा कि ऊपर स्पष्ट किया गया है कि स्ट्रेस काफी सारी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इस प्रकार, यदि स्ट्रेस को समय रहते ठीक न किया जाए तो यह दिल का दौरा पड़ने का भी कारण बन सकता है।
मानसिक संतुलन बिगड़ना
स्ट्रेस (Stress) का असर व्यक्ति की शारीरिक सेहत के साथ-साथ मानसिक सेहत पर भी पड़ता है। इसी कारण, उसका मानसिक संतुलन बिगड़ सकता है, जिसके लिए मेडिकल सहायता लेने की जरूरत पड़ सकती है।
इंफेक्शन
तनाव अधिक लेने से इम्यूनिटी धीरे-धीरे कमजोर हो जाती है और व्यक्ति को कोई भी इंफेक्शन जल्दी पकड़ सकता है।
उल्टियां
कई बार तनाव के दौरान पेट में हल्का दर्द, उमड़न आदि महसूस होने के साथ उल्टियां भी शुरू हो जाती है।
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल चिकित्सक की सलाह के रूप में न समझें। कोई भी सवाल या परेंशानी हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।