नोएडा स्थित DLF मॉल के ट्रायल रूम के बाहर से एक महिला के पर्स से एक लाख रुपये चोरी होने का मामले सामने आया है. पूरी घटना नोएडा थाना सेक्टर 20 क्षेत्र के सेक्टर 18 स्थित एक मॉल का है. पुलिस के आलाधिकारियों का कहना है कि 20 मार्च की शाम करीब 5 बजे पुलिस को सूचना मिली कि सेक्टर 18 स्थित एक मॉल के ट्रायल रूम के बाहर से एक लाख रुपये चोरी हो गए हैं. पुलिस सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गयी. पीड़िता दिल्ली की रहने वाली है. वो यहां मॉल में शॉपिंग करने आई थी. पुलिस ने बताया कि पीड़िता मॉल के ट्रायल रूम के बाहर अपना पर्स लटका कर कपड़े ट्राई कर रही थी. पीड़िता जब ट्रायल रूम से बाहर निकली तो पर्स से एक लाख रुपये गायब थे. जिसके तुरंत बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई. पुलिस ने पीड़िता के तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और मामले के जांच में जुट गई है.
वहीं पुलिस मामला संदिग्ध मान कर चल रही है. पुलिस का कहना है कि पहले पीड़िता ने 50 हजार चोरी होने की बात कही थी फिर बाद में एक लाख चोरी होने की बात कही. हालांकि पीड़िता ने एक लाख रुपये चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस मॉल के स्टाफ से पूछताछ कर रही है, साथ ही मॉल में लगे सीसीटीवी के फुटेज को भी खंगाल रही है. वहीं एक अन्य मामले में नोएडा में प्लॉट देने और पांच साल में रकम दोगुना करने का सपना दिखाने वाले ठगों के गैंग का खुलासा हुआ है. इल्जाम है कि इस गैंग ने करोड़ों रुपये ठगे हैं. इन ठगों ने लोगों को भरोसा दिलाया कि पैसा रियल स्टेट पर लगाया जा रहा है जो 5 साल में 2 गुना हो जाएगा. हैरानी की बात यह है कि लोगों ने लाखों रुपये जालसाजों के पास निवेश के तौर पर लगाएं.
करीब 5 साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी लोगों को न पैसा मिला और न प्लॉट. वक्त गुजरता गया तो लोगों को ठगी का अहसास हुआ और उन्हें पता चला कि उनके हाथ से उनकी मेहनत की कमाई जा चुकी है. अब यह मामला ग्रेटर नोएडा डीसीपी के पास पहुंचा है. दादरी कोतवाली के एसएचओ इस मामले की जांच कर रहे हैं. यह मामला ग्रेटर नोएडा के दादरी इलाके का है. पीड़ितों ने 2012-2013 में दादरी रेलवे स्टेशन रोड पर मौजूद रियल स्टेट के कारोबारियों पर पैसा लगाया था. इल्जाम है कि ठगों ने करीब 100 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है. दरअसल यह लोगों से हर महीने रकम अपने अकाउंट में जमा करवाते थे और दावा करते थे कि 5 साल में इनकी रकम दोगुनी हो जाएगी. दावा यह भी किया जाता था कि अगर निवेशक रकम वापस लेना चाहे तो दोगुनी हुई रकम वापस ले ले नहीं तो बदले में वह प्लॉट भी ले सकते हैं. पुलिस अब मामले की जांच में जुटी है.