सोमवार यानि आज भारत की अवनि लखेड़ा (Avani Lekhara) ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल में जीत हासिल की और गोल्ड पर निशाना लगाया. फाइनल में अवनि ने 249.6 अंक बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की और पहला स्थान प्राप्त किया है. चीन की झांग कुइपिंग (248.9 अंक) को पछाड़ दिया. यूक्रेन की इरियाना शेतनिक (227.5) ने भी कांस्य पदक जीता है.
रचा इतिहास
पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी अवनि बनी हैं. देश के लिए ये गर्व की बात है. भारत का इन खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में मिलने वाला यह पहला पदक है
. टोक्यो पैरालंपिक का भी ये देश के लिए पहला स्वर्ण पदक है. पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली अवनि तीसरी भारतीय महिला हैं.
प्रधानमंत्री ने अवनि के खेल के लिए दी बधाई
19 साल की शूटर अवनि ने 249.6 का स्कोर बना कर जीत हासिल की और गोल्ड पर कब्जा जमाया. पैरालंपिक्स के इतिहास में यह भारत का शूटिंग में पहला गोल्ड मेडल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अवनि लखेड़ा को उनकी जीत के लिए बधाई दी है.
अवनि का सफर
अवनि से पूर्व भारत की तरफ से पैरालंपिक खेलों में मुरलीकांत पेटकर (पुरुष तैराकी, 1972), देवेंद्र झाझरिया (पुरुष भाला फेंक, 2004 और 2016) तथा मरियप्पन थंगावेलु (पुरुष्ज्ञ ऊंची कूद, 2016) ने स्वर्ण पदक हासिल किये थे. अवनि ने इससे पूर्व क्वालिफिकेशन राउंड में 21 निशानेबाजों के बीच सातवां स्थान पाकर फाइनल में जगह बनाई था. अवनि ने 60 सीरीज के छह शॉट के अपरांत 621.7 का स्कोर बनाया जो कि शीर्ष आठ निशानेबाजों में स्थान बनाने के लिए पर्याप्त था. चीन की कुइपिंग और यूक्रेन की शेतनिक ने क्वालिफिकेशन में 626.0 के पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ पहले दो स्थान प्राप्त किये थे.