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झपकी आने से तेज रफ्तार कार कंटेनर से टकराई, पति समेत चार लोगों की मौत, पत्नी घायल

प्रयागराज-कानपुर हाईवे(Prayagraj-kanpur highway) पर शनिवार सुबह भीषण सड़क हादसा(Accident) हो गया। जिसमें चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। दरअसल, आधारपुर गांव के पास सामने से तेज रफ्तार से आ रही कार खड़े कंटेनर से टकरा गई। जिसमें कार सवार रेलवे कर्मी, उनके पिता और दो बेटियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कार चला रही रेलवेकर्मी की पत्नी नीलम(nilam) व बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।

बता दें कि सुबह करीब चार बजे प्रतापगढ़(Pratapgad) से कानपुर(Kanpur) सामान ले जाने के लिए पिकअप में लादा गया। सामान लादने के बाद करीब पांच से छह बजे के बीच पूरा परिवार कार में सवार होकर कानपुर के लिए निकला। वहीं कार को रेलवेकर्मी की पत्नी नीलम चला रही थी। कार चलाते वक्त नीलम को अचानक झपकी आई और उनकी कार सिक्सलेन पर किनारे खड़े कंटेनर में पीछे से जा टकराईं। जिसके बाद ये हादसा हो गया।

सुबह करीब आठ बजे यह हादसा हुआ और इसके करीब 15 से 20 मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो पुलिस को वहां कंटेनर नहीं मिला। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि कंटेनर चालक हादसा होते ही गाड़ी लेकर फरार हो गया। जिसके बाद पुलिस ने कार सवार सभी को बाहर निकाला और एंबुलेंस व अपनी गाड़ी की सहायता से सीएचसी हरदो लेक गई। वहीं दर्द के कारण रो रहे तीन साल के अयांश को सिपाही गोद में लेकर अस्पताल की ओर भागा। अयांश के बाएं पैर में फैक्चर था। वहीं डॉक्टरों ने अमर सिंह, अनन्या व तन्नो को मृत घोषित तक दिया।

वहीं रामकिशोर(Ramkishor) की हालत नाजुक होने पर उन्हें फतेहपुर भेजा गया। फतेहपुर पहुंचने के बाद रामकिशोर ने भी दम तोड़ दिया। नीलम और बेटे अयांश को जिला अस्पताल से कानपुर रेफर किया गया। नीलम और अयांश का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि कार तेज रफ्तार में थी। तेज रफ्तार में होने के कारण कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं कार की हालत देखकर पुलिस का भी अनुमान है कि कार की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे के करीब थी और जैसे ही वह कंटेनर से टकराई तो वैसे ही एक जोरदार आवाज आई जिससे वहां आसपास मौजूद लोग मौके पर पहुंचे।

पुलिस जब मौके पर पहुंची तो नीलम वर्मा बेहोश अवस्था में ड्राइविंग सीट पर थीं। उन्होंने सीट बेल्ट लगा रखी थी और उनकी तरफ का एयरबैग(Airbag) भी खुला था। जबकि बगल में बैठे अमर सिंह ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी। हालांकि उनके सामने लगा एयरबैग खुला मिला, लेकिन वह उनकी जान नहीं बचा सका। पुलिस का मानना है कि सीट बेल्ट न लगी होने से अमर सिंह का सिर आगे किसी चीज से टकरा गया। जिससे उनकी मौत हो गई।