-ब्रिटेन की एक अदालत ने विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया है। असांजे को अमेरिका में ही 175 साल की जेल की सजा काटनी होगी। यह फैसला अब ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल के पास जाएगा। बचाव पक्ष के पास अब सबमिशन के लिए 18 मई तक का समय है। जूलियन असांजे विकीलीक्स के संस्थापक हैं। अगर असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया जाता है, तो उन्हें वहां जासूसी से जुड़े कानून तोड़ने के लिए 18 आपराधिक मुकदमों का सामना करना पड़ेगा।
असांजे के प्रत्यर्पण को लेकर जनवरी में एक जिला जज ने कहा था कि अगर उन्हें प्रत्यर्पित किया गया तो वह आत्महत्या का कदम उठा सकते हैं जहां वह जासूसी के 17 आरोपों और विकीलीक्स की ओर से कई खुफिया व अहम दस्तावेजों के प्रकाशन को लेकर कंप्यूटर दुष्प्रयोग के एक आरोप में वांछित हैं। असांजे पर 2011-12 में स्वीडन की एक महिला ने बलात्कार का आरोप भी लगाया था। इस तरह के तमाम आरोपों के बाद उन्होंने इक्वाडोर से शरण मांगी। वहां की सरकार से सहमति मिलने के बाद वे इक्वाडोर के लंदन स्थित दूतावास के एक छोटे से कमरे में अप्रैल-2019 तक रहे। फिर जब इक्वाडोर सरकार ने उन्हें दी गई शरण वापस ले ली तो उन्हें ब्रिटेन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद से वे जेल में हैं।